मुंबई: रिजर्व बैंक ने आज कहा कि कृषि क्षेत्र के प्रदर्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मानसून की प्रगति और वितरण में अनिश्चितता से आर्थिक वृद्धि और मुद्रास्फीति परिदृश्य दोनों के लिए ही लगातार जोखिम बना हुआ है.शीर्ष बैंक ने 2014-15 की अपनी सालाना रिपोर्ट में कहा है, मानसून की प्रगति से हालांकि (सूखे की) शुरुआती आशंका दूर हुई है लेकिन इसकी प्रगति तथा वितरण को लेकर बनी अनिश्चितता से वृद्धि एवं मुद्रास्फीति दोनों के परिदृश्य को लेकर जोखिम बना हुआ है. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि कमजोर मानसून से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिये एक व्यापक एवं पहले से ही तैयार खाद्य प्रबंधन रणनीति की जरुरत है.
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