हालांकि उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली से यह अंत में 258.04 अंक की बढत ही कायम रख सका और 25,963.97 अंक पर बंद हुआ. इससे पहले सेंसेक्स 31 अगस्त को इस स्तर पर बंद हुआ था. इसी तरह, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी कारोबार के दौरान दिन के उच्च स्तर 7,913.90 अंक तक जाने के बाद अंत में 70.05 अंक के लाभ के साथ 7,899.15 अंक पर बंद हुआ. ब्रोकरों ने कहा कि सभी की नजरें बुधवार से शुरू हो रही फेडरल रिजर्व की दो दिवसीय बैठक पर टिकी है जिसमें ब्याज दर को लेकर निर्णय किया जाना है.
निवेशकों को आशा है कि चीन में संकट को देखते हुए फेडरल रिजर्व ब्याज दर नहीं बढाएगा. उन्होंने कहा कि निवेशकों को उम्मीद है कि अगस्त में खुदरा मुद्रास्फीति के घटकर 3.66 प्रतिशत पर आने के बाद रिजर्व बैंक 29 सितंबर को अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो दर में कटौती करेगा. इससे बाजार की धारणा तेज रही. डालर के मुकाबले रुपया में गिरावट थमने और शुरुआती गिरावट से इसके पूरी तरह से उबरने का भी बाजार की धारणा पर सकारात्मक असर पडा.
अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शेयर सूचकांक 4.89 प्रतिशत मजबूत हुआ, जबकि हांगकांग, जापान, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और ताइवान के शेयर सूचकांक 2.38 प्रतिशत तक की बढत लेकर बंद हुए. सेंसेक्स में शामिल 30 में से 26 कंपनियों के शेयर मजबूती के साथ बंद हुए. इनमें भारती एयरटेल 2.48 प्रतिशत, सन फार्मा 2.38 प्रतिशत, एक्सिस बैंक 2.35 प्रतिशत, वेदांता 2.12 प्रतिशत, हीरो मोटोकार्प 2.01 प्रतिशत, बजाज आटो 1.78 प्रतिशत, विप्रो 1.61 प्रतिशत और आइसीआइसीआइ बैंक 1.45 प्रतिशत मजबूत हुआ.
इनके अलावा, आइटीसी 1.44 प्रतिशत, एचडीएफसी 1.32 प्रतिशत, हिंडाल्को 1.31 प्रतिशत, एचडीएफसी बैंक 1.27 प्रतिशत और एसबीआइ 1.22 प्रतिशत बढत के साथ बंद हुआ. वहीं दूसरी ओर, भेल 0.66 प्रतिशत, डाक्टर रेड्डीज 0.60 प्रतिशत और लार्सन एंड टुब्रो 0.58 प्रतिशत टूटकर बंद हुआ.
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