मुंबई: रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने देश को ठोस घरेलू नीतियों तथा सुधारों की राह पर बनाए रखने की जरुरत पर बल देते हुए कहा है कि ऋण की वृद्धि की समीक्षा करने से पहले बैंकों की संपत्ति की गुणवत्ता (ऋण वसूली के संकट) से निपटने की जरुरत है. रिजर्व बैंक द्वारा आज जारी वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (एफएसआर) की प्रस्तावना में राजन ने कहा है, ‘‘बैंकिंग क्षेत्र का दबाव कारपोरेट क्षेत्र के दबाव का आइना है. ऋण की वृद्धि में सुधार के लिए पहले इससे निपटने की जरुरत है.” राजन ने कहा कि हमें विरासत के मुद्दों से निपटने की जरुरत है जो वृद्धि को रोक रहे हैं.
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