मुश्किल हालात में कठोर फैसलों की जरुरत : साइरस मिस्त्री

नयी दिल्ली : टाटा समूह के चेयरमैन साइरस मिस्त्री ने आज कहा कि समूह की कुछ कंपनियों के समक्ष मौजूदा ‘चुनौतीपूर्ण हालात’ के मद्देनजर उनके कारोबार में काट छांट के कठोर व साहसी फैसले किए जाने की जरुरत है. इसके साथ ही उन्होंने जोर दिया है कि समूह देश के भीतर व बाहर अधिग्रहणों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 14, 2016 8:54 AM
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नयी दिल्ली : टाटा समूह के चेयरमैन साइरस मिस्त्री ने आज कहा कि समूह की कुछ कंपनियों के समक्ष मौजूदा ‘चुनौतीपूर्ण हालात’ के मद्देनजर उनके कारोबार में काट छांट के कठोर व साहसी फैसले किए जाने की जरुरत है. इसके साथ ही उन्होंने जोर दिया है कि समूह देश के भीतर व बाहर अधिग्रहणों को तैयार है. समूह खुद के परिचालगत विस्तार पर भी ध्यान देगा. मिस्त्री चाहते हैं कि समूह की कंपनियां ‘संकट के दौर’ के अनुरुप ढलने में फुर्ती व तीव्रता दिखाएं और उन्होंने कहा कि कर्ज का मौजूदा स्तर चिंता का कारण नहीं है.

मिस्त्री ने 2012 में टाटा समूह की बागडोर संभाली थी. उन्होंने कहा है कि टाटा मोटर्स में कायापलट के संकेत नजर आ रहे हैं जबकि टाटा स्टील में मजबूत वृद्धि की गुंजाइश है और टाटा की कंपनियों को ईरान व म्यांमार के दो नये बाजारों में अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. उन्होंने कंपनी की निजी पत्रिका में साक्षात्कार में यह बात कही है. उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए यह बहुत पहले ही स्पष्ट था कि हमारे कुछ कारोबारों के समक्ष मौजूदा चुनौतीपूर्ण हालात का मुकाबला करना होगा और अंतत: इसमें पोर्टफोलियो की छंटायी के बारे में कड़े फैसले होंगे.’

मिस्त्री ने कहा है, ‘यह महत्वपूर्ण है कि सभी भागीदारों के हितों का ध्यान रखते हुए, हम ज्ञान व संदर्भ के आधार पर खुद अपने नैदानिक उपाय करें. हमें उचित कारणों के लिए कड़े फैसले करने से नहीं डरना चाहिए.’ हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि ये फैसले दयालुता के साथ किए जाएं. उन्होंने कहा कि कि समूह की हर कंपनी अपनी रणनीति व वृद्धि गाथा की तैयारी कर रही है जिसमें सतत व लाभप्रद वृद्धि पर ध्यान केंद्रित किया गया है.

समूह की कुछ कंपनियों पर भारी कर्ज के बारे में उन्होंने कहा, ‘इसे व्यापार वृद्धि के लिहाज से देखा जाना चाहिए. परिचालन व पूंजीगत परियोजनाओं से नकदी में वृद्धि चल रही है जो कि भावी वृद्धि की अगुवाई करेगी. समूह बीते समय में महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज कर रहा था इसलिए लगाई गई कुल पूंजी भी बढी है. समानुपात में ऋण बढा है.’ उन्होंने स्वीकार किया कि कारोबार में विशेषकर यात्री कार में चुनौतियां बनी हुई हैं.

उन्होंने कहा कि सभी चुनौतियों से निपटने के लिये कंपनी ने आठ रणनीति तैयार की है. मिस्त्री ने कंपनी की वेबसाइट पर जारी साक्षात्कार में कहा, ‘हमने रणनीतिक रूप से आठ चीजों की पहचान की और सौ से अधिक टीमें बनाई. इसमें संगठन के विभिन्न स्तरों के कार्यकारी शामिल हैं.’ उन्होंने कहा, ‘रणनीति का लाभ मिला है. टीम ने जो उत्साह दिखाया और उनके प्रयास से जो नतीजे आयें, वह अतुलनीय है. हमारी यात्रा अभी शुरू हुई है लेकिन हम कायापलट के अच्छे संकेत देख सकते हैं.’

मिस्त्री ने कहा, ‘हमने आंतरिक क्षमताओं को मजबूत बनाने के लिये विभिन्न मोर्चों पर काम किया है और इनमें कुछ के सार्थक परिणाम दिखने लगे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘हमारे पास बड़ी संख्या में नये-नये उत्पाद पाइपलाइन में हैं और मुझे विश्वास है कि भविष्य में यह टाटा मोटर्स को नयी दिशा देगा.’ भावी विस्तार के बारे में मिस्त्री ने कहा, ‘हम भारत व विदेशों में वृद्धि अवसरों पर विचार करने को तैयार रहेंगे. यह वृद्धि खुद के विस्तार से या अधिग्रहणों के जरिए होगी.’

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