योजना का उद्देश्य
- खाली घरों को दो इस्तेमाल में लाना
- स्थानीय स्कूलों, दुकानों और दूसरे सार्वजनिक संस्थानों को पुनर्जीवित करना
- आर्थिक गतिविधि को बढ़ावा देना
- नए नागरिकों को आकर्षित करना
इस पहल का असर भी दिखने लगा है. कुछ स्कूलों में बच्चों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है.
ऑफर की शर्तें
हालांकि यह योजना सुनने में आकर्षक है, लेकिन इसके साथ कुछ जिम्मेदारियां और शर्तें भी जुड़ी हुई हैं. वह यह है कि इस घर को रिनोवेट करना जरूरी है. घर की बाहरी और आंतरिक बनावट को पूरी तरह से मरम्मत करके मॉडर्न लिविंग स्टैंडर्ड्स के अनुसार बनाना होगा. इस घर में आपको कम से कम 3 साल तक रहना होगा. इसके पीछे मकसद यह है कि लोग मकान खरीदकर मुनाफे के लिए न बेचें, बल्कि उस समुदाय का हिस्सा बनें. रिनोवेशन का कार्य निश्चित समयसीमा में पूरा करना होगा और वह स्थानीय बिल्डिंग कोड्स और नियमों के अनुसार होना चाहिए.
रिनोवेशन का खर्च
फोर्ब्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक घर को रिनोवेट करने में करीब 20,000 यूरो से 50,000 यूरो (करीब 18-45 लाख रुपये) तक का खर्च आ सकता है. ये लागत घर की हालत और मरम्मत की प्रकृति पर निर्भर करेगी.
किन्हें मिलेगा घर?
इस घर को खरीदने के लिए फ्रांस के नागरिकों के साथ-साथ विदेशी नागरिक भी आवेदन कर सकते हैं. इसके लिए फ्रेंच भाषा को जानना जरूरी नहीं है, लेकिन स्थानीय संवाद के लिए मददगार हो सकती है. आवेदन एम्बर्ट के टाउन हॉल से किया जा सकता है.
मिल सकते हैं लोन और ग्रांट्स
इस योजना को और व्यवहारिक बनाने के लिए स्थानीय प्रशासन लो-इंटरेस्ट लोन और रिनोवेशन ग्रांट्स की सुविधा भी दे रहा है.इससे आर्थिक बोझ कम होगा और खरीदार अच्छे क्वालिटी के घर तैयार कर पाएंगे.
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दुनिया में क्यों प्रसिद्ध है एम्बर्ट शहर
फ्रांस के एम्बर्ट क्षेत्र को “डायगोनेल डू वाइड” यानी “इम्प्टी डायगोनल” भी कहा जाता है. यह एक ऐसा क्षेत्र है, जो आबादी के लिहाज से खाली होता जा रहा है, लेकिन प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक विरासत और शांति के लिहाज से बेहद समृद्ध है. यह शहर मध्यकालीन आर्किटेक्चर के लिए प्रसिद्ध है. फ्रेंच पनीर निर्माण की पारंपरिक तकनीकों का केंद्र है और धीमी गति वाली, समुदाय-आधारित जीवनशैली के लिए एक आदर्श स्थान है.
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