1,250 करोड़ रुपये के होंगे फ्रेश शेयर
आरंभिक दस्तावेजों (डीआरएचपी) के अनुसार, कंपनी के आईपीओ में 1,250 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे और प्रवर्तक गोस्वामी इन्फ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 5,750 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लाई जाएगी. इसके अलावा इसमें पात्र कर्मचारियों के लिए भी शेयर आरक्षित रखे जाएंगे. वर्तमान में, प्रवर्तक और प्रवर्तक समूह की इकाइयों के पास महाराष्ट्र स्थित एफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर में 99.48 प्रतिशत हिस्सेदारी है. इसके अलावा, कंपनी आईपीओ-पूर्व नियोजन दौर में 250 करोड़ रुपये तक जुटाने पर विचार कर सकती है. यदि ऐसा हो जाता है, तो नए निर्गम का आकार कम हो जाएगा.
Also Read: बाजार से 1100 करोड़ जुटाने की कोशिश करेगी ये ज्वेलर्स कंपनी, सेबी के पास दिया पेपर
क्या करती है कंपनी
एफकॉन्स इंजीनियरिंग और इंफ्रा क्षेत्र की बड़ी कंपनी है. कंपनी समुद्री और औद्योगिक, जिसमें बंदरगाह, एलएनजी टैंक और सामग्री प्रबंधन प्रणाली जैसी में परियोजनाएं शामिल हैं. इसके अलावा, भूतल परिवहन, जिसमें राजमार्ग, इंटरचेंज, खनन अवसंरचना और रेलवे से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर भी काम कर रही है. कंपनी, शहरी बुनियादी ढांचा, मेट्रो कार्य, पुल, फ्लाईओवर, ऊंचे गलियारे, पनबिजली, बांध बनाने, सुरंगें, तेल और गैस और तटवर्ती परियोजना के क्षेत्र में काम कर रही है.
कंपनी के पास कितने प्रोजेक्ट्स हैं?
एफकॉन्स के पास परियोजनाओं को समय से पहले पूरा करने का इतिहास है. इसने जम्मू उधमपुर राजमार्ग परियोजना, नागपुर मेट्रो रीच 3 और आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे जैसी परियोजनाओं को समय पर पूरा किया है. 30 सितंबर, 2023 तक, एफकॉन्स के पास 13 देशों में 67 सक्रिय परियोजनाएं थीं.
(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार या आईपीओ में निवेश बाजार जोखिम के अंतर्गत है. किसी भी शेयर में निवेश से पहले अच्छे वित्तीय सलाहकार से पूरी जानकारी लें. हम किसी कंपनी में निवेश के लिए प्रेरित नहीं कर रहे हैं.)
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.