भारत की एआई छलांग
बीसीजी की रिपोर्ट ‘भारत की एआई छलांग: उभरती चुनौतियों पर बीसीजी परिप्रेक्ष्य’ में कहा गया है कि भारत में फिलहाल 70 करोड़ इंटरनेट यूजर्स हैं. इसके अलावा, 6 लाख से अधिक एआई प्रोफेशनल्स काम करते हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में 2,000 से अधिक एआई स्टार्टअप सक्रिय हैं. इन आंकड़ों के चलते भारत को एआई के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ते देशों में गिना जा रहा है.
डेटा सेंटर और तकनीकी इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश
भारत सरकार 2025 तक 45 नए डेटा सेंटर स्थापित करने की योजना पर काम कर रही है. इससे मौजूदा 152 डेटा सेंटरों में 1,015 मेगावाट अतिरिक्त क्षमता जोड़ी जाएगी. यह निवेश केवल भौतिक संसाधनों को ही नहीं बढ़ाएगा, बल्कि डेटा प्रोसेसिंग क्षमता को भी व्यापक बनाएगा, जो एआई मॉडल को प्रशिक्षित करने के लिए अनिवार्य है.
इंडिया एआई पहल से सरकारी समर्थन
सरकार की इंडिया एआई योजना के तहत 10,000 करोड़ रुपये से अधिक का फंड रखा गया है. इसके तहत भारत में एक राष्ट्रीय एआई कंप्यूट अवसंरचना तैयार की जाएगी, जो अनुसंधान और एआई मॉडल प्रशिक्षण के लिए 10,000 से अधिक जीपीयू की पहुंच प्रदान करेगी. इससे देश की अनुसंधान क्षमता को वैश्विक मानकों तक ले जाने में मदद मिलेगी.
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व्यवसाय की जरूरत है एआई
बीसीजी इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर और पार्टनर मनदीप कोहली ने कहा, “एआई अब कोई विकल्प नहीं, बल्कि एक व्यावसायिक अनिवार्यता बन गया है. भारतीय कंपनियां इसके जरिए पारंपरिक ग्रोथ मॉडल को पीछे छोड़कर वैश्विक प्रतिस्पर्धा में उतर रही हैं.”
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