हर साल 1000 करोड़ केवल ब्याज से कमाता है BCCI, पूरी कमाई जान हो जाएंगे हैरान

BCCI News: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड दुनिया की सबसे अमीर खेल संस्था है. इसकी कमाई का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बोर्ड हर साल 1000 करोड़ रुपये केवल ब्याज से कमाता है. बोर्ड के पास 30000 करोड़ रुपये का आरक्षित कोष है, इसी से वह ब्याज आता है. बोर्ड ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 9741.7 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड आय दर्ज की है, जिसमें करीब 60 फीसदी कमाई अकेले इंडियन प्रीमियर लीग से हुई है.

By AmleshNandan Sinha | July 18, 2025 5:02 PM
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BCCI News: यह हर कोई जानता है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है. बीसीसीआई का दबदबा केवल भारत में ही नहीं, बल्कि दुनियाभर के क्रिकेट आयोजनों में रहता है. वह इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल की कमाई में भी सबसे बड़ा हिस्सेदार है. आपको जानकर हैरानी होगी कि बीसीसीआई हर साल 1000 करोड़ रुपये केवल ब्याज से कमाता है. बीसीसीआई के पास 30000 करोड़ रुपये का एक आरक्षित कोष है. इसी कोष से बीसीसीआई को हर साल 1000 करोड़ रुपये का ब्याज मिलता है. केवल इंडियन प्रीमियर लीग के मीडिया अधिकार बेचकर बीसीसीआई दुनिया का सबसे अमीर खेल संस्था बन गया है. बीसीसीआई के कुल कमाई का 60 फीसदी से ज्यादा हिस्सा अकेले आईपीएल से आता है. BCCI earns 1000 crores every year from interest alone total earnings surprise you

एक साल में 9,741.7 करोड़ रुपये की बंपर कमाई

बीसीसीआई ने वित्तीय वर्ष 2023–24 के लिए 9,741.7 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड आय दर्ज की है, जिसमें आईपीएल का योगदान 5,761 करोड़ रुपये है, जो बोर्ड की कुल कमाई का लगभग 60 प्रतिशत है. रेडिफ्यूजन द्वारा शेयर किए गए ये आंकड़े इस बात को और पुष्ट करते हैं कि आईपीएल बीसीसीआई के वित्तीय मॉडल का कितना अभिन्न अंग बन गया है. बिजनेस रणनीतिकार और स्वतंत्र निदेशक लॉयड मैथियास ने द हिंदू बिजनेस लाइन से कहा, ‘बीसीसीआई ने 2007 में आईपीएल के रूप में एक सुनहरा अवसर खोजा, जो अब पूरी तरह से बीसीसीआई का हिस्सा है. यह टूर्नामेंट सर्वश्रेष्ठ है और इसके मीडिया अधिकार लगातार बढ़ रहे हैं. आईपीएल यह भी सुनिश्चित करता है कि रणजी ट्रॉफी स्तर के खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिले. जैसे-जैसे आईपीएल आगे बढ़ेगा, यह मुनाफा बढ़ता रहेगा.’

30000 करोड़ रुपये का है आरक्षित कोष

आईपीएल के अलावा, बोर्ड ने गैर-आईपीएल मीडिया अधिकारों से भी 361 करोड़ रुपये कमाए, जबकि महिला प्रीमियर लीग और अंतर्राष्ट्रीय अधिकार पैकेज जैसी नई संपत्तियां विकास की नई परतें जोड़ रही हैं. बीसीसीआई के विशाल भंडार, जो अब लगभग 30,000 करोड़ रुपये के आसपास है और भी सुरक्षा प्रदान करता है, जिसमें अकेले वार्षिक ब्याज आय लगभग 1000 करोड़ रुपये है. रेडिफ्यूजन के प्रमुख संदीप गोयल ने कहा, ‘बीसीसीआई में रणजी ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी या सीके नायडू ट्रॉफी जैसे घरेलू प्रारूपों का व्यवसायीकरण करके गैर-आईपीएल राजस्व बढ़ाने की अपार क्षमता है. इसके अलावा, बोर्ड के पास लगभग 30,000 करोड़ रुपये का आरक्षित कोष है, जिससे उसे अकेले ब्याज के रूप में सालाना लगभग 1,000 करोड़ रुपये मिलते हैं.’

दुनियाभर के क्रिकेट आयोजनों में आईपीएल का दबदबा

गोयल ने कहा, ‘बीसीसीआई का यह राजस्व न केवल टिकाऊ है, बल्कि बढ़ते प्रायोजक, मीडिया सौदों और मैच के दिन की कमाई की बदौलत इसमें सालाना 10-12 प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना भी है.’ वैश्विक स्तर पर भी, बोर्ड की वित्तीय ताकत काफी दम रखती है. ब्रांड फाइनेंस इंडिया के प्रबंध निदेशक अजीमन फ्रांसिस ने कहा, ‘आईसीसी अपनी ज्यादातर फंडिंग के लिए बीसीसीआई पर निर्भर है. आईसीसी राजस्व में उतनी वृद्धि नहीं कर पा रही है जितनी उसे करनी चाहिए.’ इस आईपीएल के दौरान भारत-पाकिस्तान सीमा पर सैन्य तनाव के कारण टूर्नामेंट को बीच में ही स्थगित करने जैसे फैसलों के बावजूद भी आईपीएल का प्रभुत्व बरकरार है.

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