शेयर बाजार के सबसे बड़े ‘भविष्यवक्ता की भविष्यवाणी’, इक्विटी पोर्टफोलियो में किया बदलाव, कही ये बड़ी बात
Share Market: शेयर के सबसे बड़े भविष्यवक्ता कहे जानें वाले क्रिस्टोफर वुड ने भारतीय बाजार को लेकर कुछ बातें कही हैं. उम्मीद की जा रही है कि उनकी इन बातों का असर सोमवार को भारतीय बाजार पर देखने के लिए मिलेगा.
By Madhuresh Narayan | November 26, 2023 10:45 AM
Share Market: जेफरीज में इक्विटी रणनीति के वैश्विक प्रमुख और शेयर बाजार के भविष्यवक्ता कहे जाने वाले क्रिस्टोफर वुड (Chris Wood Portfolio) ने अपने भारत के दीर्घकालिक पोर्टफोलियो में फेरबदल किया है, और जेएसडब्ल्यू एनर्जी, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक और लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) में प्रत्येक में एक प्रतिशत अंक की वृद्धि की है. उन्होंने निवेशकों को लिखे अपने साप्ताहिक नोट में लिखा, लालच और डर की भरपाई बजाज फाइनेंस, ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) और रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) में मौजूदा निवेश को एक-एक प्रतिशत कम करके की जाएगी. अपने एशिया पूर्व-जापान और भारत के दीर्घकालिक पोर्टफोलियो में भी, वुड ने जेएसडब्ल्यू एनर्जी को 4 प्रतिशत आवंटन के साथ बजाज फाइनेंस की जगह ले ली है. फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो में निवेश में भी एक प्रतिशत अंक (पीपीटी) की बढ़ोतरी की गई है. उन्होंने इंडिया लॉन्ग ओनली पोर्टफोलियो और Asia ex-Japan long only portfolio में चुनिंदा सेक्टर में वेटेज घटाया और बढ़ाया है. इसके अलावे कंपनी के स्टॉक के हिसाब से बदलाव किया है.
क्रिस्टोफर वुड ने क्या कहा
ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, क्रिस्टोफर वुड से जब पूछा गया कि ठीक एक साल पहले जब हमने आपसे बात की थी तो आप उत्साहित नहीं थे. आपका विचार था कि भारत अच्छा है लेकिन मौद्रिक चक्र में तेजी शुरू हो गई है. अब चीजें अलग दिख रही हैं. तो क्या आप अब उत्साहित हैं? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मुझे यह स्वीकार करना होगा कि सामरिक रूप से मैं एक साल पहले की तुलना में अब अधिक आशावादी हूं क्योंकि एक साल पहले भारत के रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के मौद्रिक सख्ती का चक्र शुरू किया था. वास्तव में उस समय आरबीआई ने वक्र से थोड़ा पीछे रहना शुरू कर दिया था. लेकिन मेरा मानना है कि अब हमारे पास मौद्रिक सख्ती के लगभग 300 आधार अंक हैं, जो शायद पिछले साल इस साल के लिए जितना सोचा था उससे कहीं अधिक है. तो आश्चर्यजनक बात यह है कि इस मौद्रिक सख्ती के चक्र के दौरान शेयर बाजार कितना लचीला रहा है, मेरी या वास्तव में मेरे सहयोगियों की अपेक्षा से भी अधिक लचीला. मुझे लगता है कि भारतीय शेयर बाजार सामरिक रूप से और अधिक दिलचस्प दिखता है. संरचनात्मक रूप से, मैं भारत को लेकर हमेशा की तरह सकारात्मक बना हुआ हूं. लेकिन मूल रूप से पिछले वर्ष ने आय वृद्धि को मूल्यांकन के बराबर बढ़ने की अनुमति दी है.
क्रिस्टोफर वुड ने भारत को लेकर अपने पोर्टफोलियों में बैंक & NBFC’s को 41%, एनर्जी को 18%, रियल एस्टेट को 19%, इंफ्रास्ट्रक्चर को 6%, ट्रांसपोर्ट को 4%, लॉजिस्टिक को 4%, पावर को 5% और कंज्युमर गुड्स को 4% का वेटेज दिया है. इसके साथ ही, उन्होंने विदेशी निवेशकों के भारत लौटने को लेकर कहा कि विदेशी निवेशकों ने भारत को वापस खरीदना शुरू कर दिया है, आंशिक रूप से क्योंकि वे भारत आ रहे हैं और महसूस कर रहे हैं कि कहानी बरकरार है, दो, क्योंकि वे बाजार की लचीलापन से आश्चर्यचकित हैं और तीन, क्योंकि उन्होंने चीन को फिर से बेचना शुरू कर दिया है. क्रिस्टोफर वुड ने कहा कि पिछले सप्ताह मैं जिस जेफरीज सम्मेलन में था, उसमें बहुत सारे विदेशी निवेशक शामिल हुए. वहां बहुत सारे देशी विदेशी फंड मैनेजर थे. वहां भारत को लेकर अच्छी प्रतिक्रिया मिली.
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