Crude Oil Price: मध्य पूर्व में बढ़ते युद्ध के बादल और इजराइल द्वारा ईरान पर हमले की पुष्टि के बीच शुक्रवार को कच्चे तेल की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला. ब्रेंट क्रूड 12.82% की छलांग लगाकर 78.25 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया, जबकि अमेरिकी डब्ल्यूटीआई क्रूड 13.48% बढ़कर 77.21 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया. यह बढ़त दो महीने की सबसे ऊंची दर को दर्शाती है.
क्यों बढ़े कच्चे तेल के दाम?
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इज़राइल ने ईरान में “दर्जनों” ठिकानों पर हमला किया. यह हमला ईरान के परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाकर किया गया प्री-एम्प्टिव स्ट्राइक बताया जा रहा है. हमले के बाद तेहरान में धमाकों की आवाज़ सुनाई दी और पूरे क्षेत्र में तनाव और अनिश्चितता का माहौल बन गया है.
भारत पर असर: MCX पर ₹6,200 तक जा सकता है क्रूड
भारतीय बाजारों में भी इसका सीधा असर दिखा है. जिगर त्रिवेदी के अनुसार, “MCX क्रूड ऑयल दिन के सत्र में अपर सर्किट छू सकता है और ₹6,200 प्रति बैरल के करीब बंद हो सकता है.” तेल की इस कीमत में बढ़ोतरी से आने वाले समय में पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों पर भी असर पड़ सकता है.
ईरान के शीर्ष वैज्ञानिकों की मौत
ईरान के सरकारी टेलीविजन और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हमले में ईरान के दो प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक—फरेदून अब्बासी-दवानी और मोहम्मद मेहदी तेहरांची की मौत हो गई. इसके साथ ही, ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर-इन-चीफ मेजर जनरल हुसैन सलामी के भी मारे जाने की खबरें सामने आई हैं, हालांकि इस पर आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
परमाणु कार्यक्रम बना संकट का कारण
इससे पहले, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की बैठक में ईरान को 20 साल में पहली बार फटकार लगाई गई थी क्योंकि वह निरीक्षकों के साथ सहयोग नहीं कर रहा था. जवाब में ईरान ने एक और संवर्धन स्थल स्थापित करने और आधुनिक सेंट्रीफ्यूज लगाने की घोषणा की है.
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