Fanstasy App: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 18वें सीजन की शुरुआत 22 मार्च से होने जा रही है. इसके साथ ही फैंटेसी ऐप्स का बाजार भी तेजी से बढ़ रहा है. फैंटेसी ऐप्स ऐसी ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म होते हैं, जहां यूजर्स लाइव क्रिकेट मैच के आधार पर अपनी टीम बनाते हैं. इस गेमिंग सिस्टम में यूजर्स अपनी बनाई गई टीम के प्रदर्शन के अनुसार अंक अर्जित करते हैं और जीत सकते हैं. हालांकि, इसमें हारने वालों की संख्या भी काफी अधिक होती है. लेकिन लोगों के मन सवाल ये भी उठता है कि इसमें कंपनी और सरकार की कमाई कितनी होती है? इसी गणित को आज विस्तार से समझेंगे.
फैंटेसी ऐप्स का काम करने का तरीका
फैंटेसी ऐप्स एक तरह के ऑनलाइन प्रेडिक्शन गेम्स होते हैं, जहां आप रियल-लाइफ गेम्स से कनेक्ट कर सकते हैं. जब लाइव मैच होता है, तब यूजर्स अपनी पसंद के खिलाड़ियों की टीम बनाते हैं. इन खिलाड़ियों का प्रदर्शन लाइव मैच के अनुसार अपडेट होता है. इससे यूजर्स को ऐसा अनुभव होता है कि जैसे उनकी खुद की बनाई टीम खेल रही हो.
कमाई का गणित
फैंटेसी ऐप्स के बिजनेस मॉडल को समझने के लिए एक उदाहरण लें:मान लीजिए पांच खिलाड़ियों ने 1 लाख रुपये का दांव लगाया. इसमें से 28% जीएसटी के रूप में सरकार के खाते में चला जाता है, यानी 28,000 रुपये. अब बचे हुए 72,000 रुपये में से फैंटेसी ऐप का मालिक अपनी फीस लेता है, जो आमतौर पर 15% से 30% तक होती है. मान लीजिए, इसमें 20% का कट लिया गया तो यह राशि हुई 14,400 रुपये. इसके बाद बचे 57,600 रुपये को जीतने वाले खिलाड़ी को मिलना चाहिए, लेकिन इस पर 30% टीडीएस भी लगता है, जो लगभग 17,280 रुपये होता है.
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इस पूरी प्रक्रिया मेंविजेता को 40,320 रुपये मिलते हैं. फैंटेसी ऐप को 14,400 रुपये का मुनाफा होता है. और सरकार को जीएसटी और टीडीएस के माध्यम से 45,280 रुपये प्राप्त होते हैं. इससे साफ है कि फैंटेसी ऐप्स और सरकार को बड़ी मात्रा में मुनाफा होता है, जबकि अधिकांश खिलाड़ियों को नुकसान उठाना पड़ता है.
फैंटेसी ऐप्स का विशाल बाजार
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय क्रिकेट टीम के प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय मैच पर लगभग 200 करोड़ रुपये इन प्लेटफॉर्म्स पर दांव पर लगाए जाते हैं. यदि डोमेस्टिक और इंटरनेशनल टूर्नामेंट्स को भी जोड़ लें तो यह आंकड़ा 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो जाता है. 2022 में फैंटेसी गेमिंग ऐप्स का कुल राजस्व 6,800 करोड़ रुपये था, और 2027 तक इसके 25,240 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है.
क्या करोड़पति बनने का सपना हकीकत है?
फैंटेसी ऐप्स में करोड़पति बनने की संभावना बेहद कम होती है. उदाहरण के तौर पर एक मेगा इवेंट में लगभग 1.5 करोड़ लोग भाग लेते हैं, जिनकी एंट्री फीस 49 रुपये होती है. इससे लगभग 73.5 करोड़ रुपये इकट्ठे होते हैं. इसमें से सरकार को 28% जीएसटी के रूप में 3.28 करोड़ रुपये मिलते हैं. फैंटेसी ऐप्स को लगभग 10.58 करोड़ रुपये का मुनाफा होता है. मैथमैटिकली, एक यूजर के जीतने की संभावना मात्र 0.0000667% होती है. यहां तक कि यदि कोई यूजर 3-4 टीमें भी बनाता है तो भी जीत की संभावना ज़ीरो ही रहती है.
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