अमेरिका-ईरान शांत, अब भारत में पैसा छापने उतरे विदेशी खिलाड़ी, FPI फिर से झपट रहे हैं शेयर

Foreign portfolio investors: 23 से 27 जून के बीच एफपीआई ने भारतीय बाजार में ₹13,107 करोड़ का निवेश किया, जिससे जून में कुल निवेश ₹8,915 करोड़ हो गया. भू-राजनीतिक स्थिरता, आरबीआई की दर कटौती और मजबूत आर्थिक संकेतकों ने भारत को निवेशकों के लिए आकर्षक बना दिया.

By Abhishek Pandey | June 28, 2025 2:17 PM
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Foreign portfolio investors: नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, 23 से 27 जून के बीच विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने भारतीय शेयर बाजारों में कुल 13,107.54 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया. यह आंकड़ा दर्शाता है कि भारतीय इक्विटी बाजार में एफपीआई का भरोसा मजबूत बना हुआ है.

सप्ताह की शुरुआत और अंत में भारी निवेश

इस अवधि के दौरान विशेष रूप से सोमवार और शुक्रवार को निवेशकों की ओर से तीव्र खरीदारी देखी गई, जो निवेश धारणा में सकारात्मक रुख की ओर इशारा करती है. इन ताजा निवेश के साथ ही, जून महीने में विदेशी निवेशकों द्वारा कुल शुद्ध निवेश बढ़कर 8,915 करोड़ रुपये हो गया है.

Foreign portfolio investors: भू-राजनीतिक तनाव में नरमी बनी सहायक

हाल के दिनों में अमेरिका, ईरान और इजरायल के बीच तनाव कम हुआ है, जिससे वैश्विक निवेशकों की धारणा में सुधार हुआ. इसके परिणामस्वरूप, भारत जैसे उभरते बाजारों में निवेश को लेकर उत्साह बढ़ा है. भारत की मजबूत घरेलू आर्थिक स्थिति भी निवेशकों की बढ़ती रुचि में अहम भूमिका निभा रही है. हाल ही में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में ब्याज दरों में 50 आधार अंकों की कटौती की, जिससे आर्थिक गति को बल मिलने की उम्मीद है. इसके अलावा, देश में मुद्रास्फीति नियंत्रण में रहने से निवेशकों का विश्वास और भी मजबूत हुआ है.

घरेलू समर्थन के कारण भारत निवेश का केंद्र

वैश्विक स्थिरता, नीति समर्थन और सकारात्मक आर्थिक संकेतकों के मिश्रण ने भारत को वर्तमान समय में विदेशी निवेश के लिए एक आकर्षक गंतव्य बना दिया है.घरेलू स्तर पर, व्यापक आर्थिक संकेतक, संस्थागत निवेशकों की खरीद, मानसून की स्थिति, उपभोक्ता व्यवहार और बुनियादी ढांचे से जुड़े क्षेत्रों में होने वाली प्रगति, निकट भविष्य में स्टॉक बाजार की दिशा और एफपीआई गतिविधियों को प्रभावित करेंगे.

इससे पहले मई में एफपीआई ने भारतीय बाजारों में 19,860 करोड़ रुपये का निवेश किया, जिससे यह महीना अब तक के साल का सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला महीना बन गया. मार्च में एफपीआई ने 3,973 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे, जबकि जनवरी और फरवरी में उन्होंने क्रमशः 78,027 करोड़ रुपये और 34,574 करोड़ रुपये के इक्विटी निकाले थे.

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