20 जुलाई को शुरू हुई थी दिवालिया की प्रक्रिया
बता दें कि ऋण चूक के बाद 20 जुलाई को एनसीएलटी ने एफआरएल के खिलाफ कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया शुरू की थी. इससे पहले एनसीएलटी की पीठ ने सीआईआरपी को पूरा करने के लिए 15 जुलाई तक 90 दिन की छूट दी थी. दिवाला एवं ऋणशोधन अक्षमता संहिता (IBC) के तहत सीआईआरपी को मुकदमेबाजी में लगने वाले समय को जोड़कर सीआईआरपी को 330 दिन में पूरा करना होता है. एनसीएलटी ने एफआरएल के खिलाफ कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया 20 जुलाई, 2022 को शुरू की थी. संहिता की धारा 12(1) के अनुसार, सीआईआरपी आरंभ होने की तारीख से इसे 180 दिन की अवधि के भीतर पूरा करना होता है. किसी भी विस्तार या मुकदमेबाजी की अवधि सहित सीआईआरपी को अनिवार्य रूप से अधिकतम 330 दिन में पूरा किया जाना चाहिए.
नये मालिक के नाम की जल्द होगी घोषणा
बिग बाजार के नए मालिक के नाम पर जल्द मुहर लग सकती है. कंपनी को खरीदने की रेस में रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड, इस्पात कंपनी जिंदल (इंडिया), पॉलिएस्टर विस्कोस और मिश्रित कपड़े बनाने वाली कंपनी जीबीटीएल शामिल है. बताया जा रहा है कि इन चुनी गई कंपनियों को अपनी समाधान योजना 24 अगस्त तक सौंपनी है. आरआरवीएल फ्यूचर समूह की एक अन्य प्रमुख कंपनी फ्यूचर रिटेल के संभावित खरीदारों में भी शामिल है. फ्यूचर रिटेल भी कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया के तहत है.
(इनपुट-भाषा)
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