अमेरिका-चीन ट्रेड वार में राहत से सोना हुआ सस्ता, कीमतों में 3,400 रुपये की बड़ी गिरावट

Gold Price: अमेरिका-चीन ट्रेड एग्रीमेंट के बाद सोने की कीमतों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना 3,400 रुपये सस्ता होकर 96,550 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया है. 10 महीने की यह सबसे बड़ी गिरावट शादी-ब्याह के सीजन में खरीदारों के लिए सोना खरीदने का सुनहरा मौका साबित हो सकती है.

By KumarVishwat Sen | May 12, 2025 8:41 PM
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Gold Price: शादी-ब्याह के सीजन में सोने की खरीद करने वालों के लिए अच्छा मौका है. अमेरिका की ओर से चीन के आयात शुल्क में बढ़ोतरी को 90 दिनों तक टाल देने की घोषणा के बाद दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना सस्ता हो गया है. ट्रंप प्रशासन के इस फैसले के बाद कारोबारियों ने सुरक्षित निवेश विकल्प यानी सोने से हटकर खरीदारी की. इससे सर्राफा बाजार में सोमवार को सोने की कीमत 3,400 रुपये की भारी गिरावट के साथ 96,550 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई. यह बीते 10 महीनों में सबसे बड़ी एकदिनी गिरावट है.

10 महीने की सबसे बड़ी गिरावट

अखिल भारतीय सर्राफा संघ की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, दिल्ली के सर्राफा बाजार में 99.5% शुद्धता वाला सोना 3,400 रुपये घटकर 96,100 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया, जबकि 99.9% शुद्धता वाला सोना 96,550 रुपये पर आ गया. यह गिरावट जुलाई 2024 के बाद सबसे बड़ी बताई जा रही है. शनिवार को सोने की कीमतें क्रमशः 99,950 रुपये और 99,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थीं.

व्यापारिक तनाव में नरमी बनी वजह

विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिका और चीन के बीच 90 दिन के लिए व्यापार शुल्क में कटौती पर बनी सहमति, भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर और रूस-यूक्रेन युद्ध में संभावित विराम के संकेतों से वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव कम हुआ है. इन हालातों ने निवेशकों को सुरक्षित निवेश यानी सोने से हटकर शेयर बाजार की ओर आकर्षित किया, जिससे सोने की कीमतों में तेज गिरावट आई.

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डॉलर इंडेक्स और वैश्विक बाजार का असर

सोने की कीमतों पर डॉलर इंडेक्स की मजबूती का भी प्रभाव पड़ा है, जो 1.42% चढ़कर 101.76 पर पहुंच गया. वैश्विक बाजारों में हाजिर सोना 3% से अधिक गिरकर 3,218.70 डॉलर प्रति औंस पर आ गया. वहीं, चांदी की कीमत 200 रुपये की गिरावट के साथ 99,700 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह 32.33 रुये प्रति औंस रही.

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आगे क्या रहेगा ट्रेंड?

एलकेपी सिक्योरिटीज और जेएम फाइनेंशियल के विशेषज्ञों का मानना है कि आगे सोने के भाव अमेरिकी खुदरा बिक्री, मुद्रास्फीति और फेडरल रिजर्व की नीतियों पर निर्भर करेंगे. निवेशकों की नजर फेड चेयरमैन जेरोम पावेल के संबोधन पर भी है.

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