NPCI के साथ एक सुविधाकर्ता के रूप में करेगा काम
गूगल के प्रोडक्ट मैनेजमेंट डायरेक्टर शरथ बुलुसु ने एक बयान में कहा, वित्तीय समावेशन को चलाने के लिए सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप, यह सुविधा भारत में डिजिटल भुगतान की गहरी पहुंच बनाने की हमारी कोशिशों को और मजबूत करेगी. पिछले कुछ वर्षों में, हम देश में डिजिटल पेमेंट को तैयार रूप से अपनाने से बहुत खुश हैं, और यह सुविधा UPI इकोसिस्टम को और भी बढ़ावा देने में मदद करेगी. गूगल ने आगे बताया कि वह आधार नंबर को स्टोर नहीं करेगा बल्कि उन्हें एनपीसीआई के साथ शेयर करने के लिए एक सुविधाकर्ता के रूप में काम करेगा.
आपका बैंक अकाउंट आपके आधार नंबर से हो जुड़ा
आधार बेस्ड UPI की शुरुआत करने का मकसद यूजर बेस को व्यापक बनाना और डिजिटल पेमेंट की सुविधा प्रदान करना है. आधार पर यूपीआई को सेटअप करने से पहले, वेरिफाई करें कि UIDAI के साथ रजिस्टर्ड आपका फोन नंबर (आधार से जुड़ा हुआ) उस बैंक अकाउंट से जुड़े फोन नंबर से मेल खाता है जिसे आप लिंक करना चाहते हैं. आपको यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि आपका बैंक अकाउंट आपके आधार नंबर से जुड़ा हुआ है.
ऐसे सेटअप करें यूपीआई
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इस सुविधा का इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले अपने स्मार्टफोन पर गूगल पे ऐप को ओपन कर लें. इसके बाद Add Account ऑप्शन पर क्लिक कर दें.
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लिस्ट से उस बैंक का चुनाव कर लें जो आपके बैंक अकाउंट से लिंक किया हुआ हो, उसके बाद Next पर टैप पर दें.
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अपने मोबाइल नंबर और बैंक अकाउंट दोनों को वेरीफाई करने के लिए “Aadhaar” मोड को चुन लें.
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अपने आधार नंबर के पहले छह डिजिट्स को दर्ज करें, जो आपके बैंक अकाउंट से जुड़ा हुआ है.
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4 या 6 डिजिट का यूपीआई पिन जेनरेट कर लें जो आपके लेनदेन के लिए ऑथोराइजेशन के तौर पर काम करेगा.
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वेरिफिकेशन के लिए अब बैंक आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर OTP भेजेगी.
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अपना मनपसंद यूपीआई पिन सेट करें और एक बार फिर इसे कन्फर्म कर लें.
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इन सभी प्रोसेस को पूरा करने के बाद आपका बैंक अकाउंट आपके आधार कार्ड की मदद से जोड़ दिया जाएगा.
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