लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी से हट सकती है जीएसटी, ये है सरकार का प्लान

GST: सरकार लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के प्रीमियम पर जीएसटी हटाने की योजना बना रही है. अप्रैल में मंत्री समूह इस पर सिफारिशें देगा, जिसके बाद मई में जीएसटी परिषद अंतिम फैसला ले सकती है. राज्यों और आईआरडीएआई ने भी इसका समर्थन किया है.

By KumarVishwat Sen | March 21, 2025 10:23 PM
an image

GST: लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का प्रीमियम भरने वाले लोगों के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण खबर है. वह यह है कि सरकार इन दोनों पॉलिसियों के प्रीमियम पर लगने वाले जीएसटी को हटा सकती है. अप्रैल में इंश्योरेंस पर गठित मंत्री समूह की बैठक होनी है. संभावना यह जाहिर की जा रही है कि इस बैठक में मंत्री समूह जीएसटी परिषद को अपनी सिफारिशों का अंतिम रूप सौंपेगा. इसके बाद मई में जीएसटी परिषद की होने वाली बैठक में इस प्रस्ताव पर किया जा सकता है. हालांकि, भारतीय बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) पहले ही इस पर अपनी राय दे चुका है.

इंश्योरेंस को राहत देने पर राज्य भी सहमत

मनी कंट्रोल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस के प्रीमियम पर जीएसटी से राहत देने को लेकर अपनी राय दे चुका है. एक अधिकारी के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार की ओर से गठित मंत्री समूह अप्रैल में जीएसटी परिषद को अपनी सिफारिश सौंप सकता है. जीएसटी परिषद अप्रैल के अंत में या मई की शुरुआत में इस पर अपनी मुहर लगा सकती है. अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकारें इंश्योरेंस सेक्टर को जीएसटी से राहत देने को तैयार हैं.

दिसंबर में नहीं हो सकता था कोई फैसला

इससे पहले दिसंबर 2024 में ही यह उम्मीद थी कि जीएसटी परिषद की ओर से लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के प्रीमियम पर जीएसटी से राहत दी जा सकती है. लेकिन, 21 दिसंबर को जीएसटी परिषद की बैठक में किसी प्रकार का फैसला नहीं हो सका था. इसका कारण यह था कि दिसंबर के पहले तक बीमा विनियामक आईआरडीएआई मामले में शामिल नहीं था. ऐसा होने पर यह आरोप लगने की आशंका थी मामले में बीमा विनियामक की सलाह क्यों नहीं ली गई?

इसे भी पढ़ें: मुकेश अंबानी के एंटीलिया से भी भव्य महल में रहती हैं ये महिला, राजशाही ठाठ-बाट भी कम नहीं

मंत्री समूह की बैठक में लग सकती है अंतिम मुहर

अब कहा यह जा रहा है कि बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की अगुआई में गठित मंत्री समूह की अप्रैल में होने वाली बैठक में इस मुद्दे पर अंतिम मुहर लग सकती है. मंत्री समूह में कुल 13 सदस्यों को शामिल किया है, जिनमें उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, पश्चिम बंगाल की वित्त मंत्री चंद्रीमा भट्टाचार्य और केरल के वित्त मंत्री के एन बालगोपाल शामिल हैं.

इसे भी पढ़ें: छोटी बचत से मोटी कमाई! मात्र 250 रुपये में मालामाल कर देगा ये छोटी एसआईपी

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें

Business

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version