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‘भारत में उम्मीद भरा’
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के अध्यक्ष बोर्गे ब्रेंडे ने कहा कि भारत उम्मीद से भरा हुआ देश है. जैसा उम्मीद से भरा हुआ आप भारत में महसूस कर सकते हैं, वैसा किसी अन्य देश में नहीं करते हैं. हम एक भू-राजनीतिक मंदी, एक बहुत ही खंडित तथा ध्रुवीकृत दुनिया का सामना कर रहे हैं, लेकिन अब भी ऐसे क्षेत्र हैं जहां हम सहयोग कर सकते हैं और उन क्षेत्रों का पता लगाना महत्वपूर्ण है . आर्थिक वृद्धि इतनी बुरी नहीं है. खासकर भारत के मामले में, जहां हम सात प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि देख रहे हैं. साथ ही दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रही है. उन्होंने कहा कि भारत आने वाले वर्षों में 10000 अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है.
महत्वपूर्ण सुधारों से गुजरा भारत
बोर्गे ब्रेंडे ने कहा कि भारत महत्वपूर्ण सुधारों से गुजरा है. यह दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं अमेरिका और चीन की तुलना में अच्छी स्थिति में है. इसके अलावा भारत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में अच्छी वृद्धि देख रहा है. अब भारत में बहुत सारी विनिर्माण गतिविधियां हो रही हैं जो अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं में होती थीं. उन्होंने भारत की डिजिटल प्रतिस्पर्धात्मकता की भी सराहना की और कहा कि आज दुनिया में डिजिटल व्यापार पारंपरिक वस्तुओं की तुलना में बहुत तेजी से बढ़ रहा है. भारत अच्छी स्थिति में है और समय के साथ अमेरिका और चीन के बाद भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. भू-राजनीतिक संघर्षों से निपटने में भारत की भूमिका पर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में वैश्विक राजनयिक परिदृश्य पर भारत की बड़ी छाप देखने को मिलेगी.
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