छोड़ो मालदीव, चलो लक्षद्वीप! पीएम मोदी के खिलाफ बोलना मालदीव को पड़ा महंगा, EaseMyTrip ने लिया बड़ा फैसला
मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने मालदीव सरकार के अधिकारियों द्वारा भारत के खिलाफ ‘घृणास्पद भाषा’ के इस्तेमाल की निंदा की. इस बीच EaseMyTrip ने लिया बड़ा फैसला लिया है. जानें पूरा मामला
By Amitabh Kumar | January 8, 2024 9:17 AM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गयी अपमानजनक टिप्पणियों का मुद्दा भारतीय उच्चायोग के द्वारा उठाया गया जिसके बाद मालदीव की सरकार ने अपने तीन उप मंत्रियों को निलंबित कर दिया. इस विवाद का असर ज्यादा नजर आने लगा है. दरअसल, ऑनलाइन मालदीव के बहिष्कार की खबरों के बीच EaseMyTrip ने बड़ा फैसला लिया है. उसने सभी मालदीव उड़ान बुकिंग को निलंबित करने का निर्णय किया है. भारत के समर्थन में खड़े होकर, भारतीय ऑनलाइन ट्रैवल कंपनी के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) निशांत पिट्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर प्रतिक्रिया दी और लिखा कि राष्ट्र एकजुट है…@EaseMyTrip ने सभी मालदीव उड़ान बुकिंग को निलंबित कर दिया है. ऑनलाइन सेवा उपलब्ध कराने वाली कंपनी ने #ChaloLakshadweep अभियान शुरू किया है.
EaseMyTrip क्या है ?
आपको बता दें कि EaseMyTrip का मुख्यालय नई दिल्ली में है. इसकी स्थापना 2008 में निशांत पिट्टी, रिकांत पिट्टी और प्रशांत पिट्टी द्वारा की गई थी. चार जनवरी को अपने सोशल मीडिया पोस्ट में प्रशांत पिट्टी ने लिखा था कि लक्षद्वीप का पानी और समुद्र तट मालदीव/सेशेल्स जितने अच्छे हैं… हम @EaseMyTrip पर इस प्राचीन गंतव्य को बढ़ावा देना चाहते हैं. इसके लिए हम खास ऑफर लेकर आएंगे, जहां हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में दौरा किया है! भारत और मालदीव के बीच विवाद के बीच, हैशटैग #BoycottMaldives सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है. कई भारतीय पर्यटकों ने कथित तौर पर मालदीव में अपनी निर्धारित छुट्टियां रद्द करना शुरू कर दिया है.
उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी के खिलाफ की गयी अपमानजनक टिप्पणियों का मुद्दा भारतीय उच्चायोग द्वारा उठाये जाने के बाद रविवार को मालदीव की सरकार ने अपने तीन उप मंत्रियों को निलंबित करने का काम किया है. इनमें मालशा शरीफ, मरियम शिउना और अब्दुल्ला महजूम माजिद शामिल हैं. इन मंत्रियों की टिप्पणियों की आलोचना मालदीव सरकार और विपक्षी नेताओं ने भी की है. इससे पहले, मालदीव सरकार ने इन टिप्पणियों से खुद को अलग कर लिया और इसे संबंधित सांसदों के निजी विचार बताया. मालदीव सरकार की ओर से कहा गया कि की गई टिप्पणियां सरकार का आधिकारिक रुख नहीं है.
यदि आपको याद हो तो, पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों लक्षद्वीप की यात्रा की थी. उन्होंने सोशल मीडिया पर इससे जुड़ीं तस्वीरें भी शेयर की जो काफी वायरल हुई. पीएम के पोस्ट के बाद सोशल मीडिया यूजर्स लक्षद्वीप की तुलना मालदीव से करने लगे. इस पर मालदीव के मंत्रियों ने पीएम मोदी और भारत के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां कीं. इसके बाद रविवार को माले में भारतीय उच्चायोग ने मालदीव सरकार के समक्ष यह मुद्दा उठा दिया.
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