भारत के सर्विस सेक्टर का बज रहा डंका, जून में 10 महीने के हाइएस्ट पर पीएमआई

Purchasing Managers Index: जून 2025 में भारत के सेवा क्षेत्र ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 10 महीने का उच्चतम स्तर छू लिया है. एचएसबीसी इंडिया सर्विसेज पीएमआई बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स बढ़कर 60.4 पर पहुंच गया, जो मई में 58.8 था. इस तेजी का कारण घरेलू और अंतरराष्ट्रीय नए ऑर्डरों में वृद्धि, बेहतर मांग और रोजगार सृजन रहा. कच्चे माल की लागत में अपेक्षाकृत कम वृद्धि से मार्जिन भी बेहतर हुआ है. भारतीय सेवा क्षेत्र की यह मजबूती वैश्विक स्तर पर सराही जा रही है.

By KumarVishwat Sen | July 3, 2025 3:48 PM
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Purchasing Managers Index: भारत के सेवा क्षेत्र का दुनियाभर में डंका बज रहा है. बिजनेस ऑडरों की वजह इसकी वृद्धि 10 महीने के उच्चतर स्तर पर पहुंच गई है. गुरुवार को जारी परचेजिंग मैनजेर्स इंडेक्स (पीएमआई) के अनुसार, जून में भारतीय सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर 10 महीने के उच्चतर स्तर पर पहुंच गई, जिसमें सकारात्मक मांग के रुझान और बिक्री में जारी सुधार के बीच अंतरराष्ट्रीय बिक्री और रोजगार सृजन में मजबूत विस्तार शामिल है.

60.4 अंक पर बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स

मासिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि मौसमी रूप से समायोजित एचएसबीसी इंडिया सर्विसेज पीएमआई बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स मई में 58.8 से बढ़कर जून में 60.4 हो गया, जो नए बिजनेस ऑर्डरों में तेज उछाल के कारण हुआ. परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स की भाषा में, 50 से ऊपर का अंक विस्तार को दर्शाता है, जबकि 50 से नीचे का अंक संकुचन को दर्शाता है.

घरेलू ऑडरों से सेवा क्षेत्र में आया उछाल

एचएसबीसी के भारत में मुख्य अर्थशास्त्री प्रांजुल भंडारी ने कहा, “सेवा पीएमआई व्यवसाय गतिविधि सूचकांक 10 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, जिसका कारण नए घरेलू ऑर्डरों में तीव्र वृद्धि थी. हालांकि, नए निर्यात ऑर्डरों में भी धीमी गति से वृद्धि हुई. मार्जिन में सुधार हुआ, क्योंकि कच्चे माल की लागत में वृद्धि आउटपुट चार्ज के मुकाबले कम थी.”

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अगस्त 2024 के बाद तेज वृद्धि

अगस्त, 2024 के बाद से नए ऑर्डर सबसे तेज गति से बढ़े. सेवा कंपनियों को घरेलू बाज़ार की निरंतर मजबूती से सबसे ज़्यादा फ़ायदा हुआ. इसके साथ ही, नए निर्यात कारोबार में जोरदार वृद्धि हुई. पैनल के सदस्यों के अनुसार, एशियाई, पश्चिम एशियाई और अमेरिकी बाजारों से विदेशी मांग में खास तौर पर सुधार हुआ.

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