भारत-ब्रिटेन के बीच हो गया फ्री ट्रेड एग्रीमेंट, इन सेक्टरों को होगा फायदा

India-UK FTA: भारत और ब्रिटेन के बीच हुआ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) दोनों देशों के लिए ऐतिहासिक समझौता है. इससे व्यापार, निवेश, रोजगार और विकास को बढ़ावा मिलेगा. भारत के श्रम-प्रधान क्षेत्रों, जैसे टेक्सटाइल, फुटवियर और आईटी को लाभ होगा. ब्रिटेन को स्कॉच व्हिस्की, कारों और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का भारतीय बाजार में विस्तार मिलेगा. यह समझौता द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेगा.

By KumarVishwat Sen | May 6, 2025 9:05 PM
an image

India-UK FTA: भारत और ब्रिटेन के बीच लंबे समय से प्रतीक्षित मुक्त व्यापार समझौता (FTA) अब पूरा हो चुका है. इस समझौते को दोनों देशों ने मिलकर संपन्न किया, जो न केवल व्यापार और निवेश को बढ़ावा देगा, बल्कि दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं में रोजगार और विकास की संभावनाओं को भी उजागर करेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के बीच हुई बातचीत के बाद इस समझौते की घोषणा की गई. यह समझौता भारत और ब्रिटेन के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

FTA का महत्व

प्रधानमंत्री मोदी ने इसे भारत और ब्रिटेन के बीच एक ऐतिहासिक मील का पत्थर बताया. उन्होंने कहा कि यह समझौता दोनों देशों की व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करेगा और व्यापार, निवेश, रोजगार सृजन, विकास और नवोन्मेषण को बढ़ावा देगा. इस समझौते के तहत, भारत और ब्रिटेन के बीच वस्तुओं और सेवाओं के व्यापार पर टैरिफ और अन्य व्यापारिक बाधाओं को कम किया जाएगा, जिससे दोनों देशों के लिए नए व्यापार अवसर खुलेंगे. यह समझौता विशेष रूप से भारत के लिए फायदेमंद होगा, क्योंकि इससे भारतीय उत्पादों को ब्रिटेन में अधिक प्रतिस्पर्धी बनाया जाएगा.

FTA से किसे होगा फायदा

भारत को इस समझौते से कई क्षेत्रों में लाभ मिलेगा. विशेष रूप से, भारत के श्रम-प्रधान क्षेत्र जैसे टेक्सटाइल, फुटवियर, समुद्री उत्पाद, और चमड़े के सामान को ब्रिटेन में निर्यात करने में आसानी होगी. ब्रिटेन इन उत्पादों पर आयात शुल्क को कम करेगा, जिससे भारत को प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त मिलेगी. इसके अलावा, भारत को इस समझौते से आईटी, हेल्थकेयर और अन्य पेशेवर सेवाओं में ब्रिटेन में अधिक अवसर मिल सकते हैं.

ब्रिटेन को भी होगा लाभ

ब्रिटेन को भी इस समझौते से फायदा होगा. उदाहरण के लिए, ब्रिटेन की स्कॉच व्हिस्की और कारों के लिए भारत में निर्यात शुल्क घटाने से उन्हें भारतीय बाजार में अधिक अवसर मिलेंगे. इसके अलावा, ब्रिटेन के इलेक्ट्रिक व्हीकल, चॉकलेट और कन्फेक्शनरी उत्पादों के लिए भारत में बाजार को खोलने का अवसर मिलेगा. साथ ही, ब्रिटेन अपनी सेवाओं को भारतीय बाजार में विस्तार देने के लिए तैयार है, खासकर टेलीकम्युनिकेशन, फाइनेंशियल सर्विसेज, बैंकिंग और इंश्योरेंस क्षेत्रों में.

FTA की प्रमुख बातें

  • 90% ब्रिटिश वस्तुओं पर टैरिफ कटौती: भारत ने ब्रिटेन के अधिकांश सामानों पर आयात शुल्क घटाया है.
  • व्हिस्की और जिन पर टैरिफ में कमी: 150% से घटाकर 75% किया गया और 10 साल में यह 40% तक घट जाएगा.
  • 85% वस्तुएं टैक्स-फ्री: अगले 10 वर्षों में दोनों देशों के बीच 85% वस्तुओं पर कोई आयात शुल्क नहीं रहेगा.
  • कारों पर टैरिफ कटौती: सीमित कोटे के तहत कारों पर टैरिफ घटाकर 10% कर दिया गया.
  • कॉस्मेटिक्स और मेडिकल डिवाइस पर कम ड्यूटी: इन उत्पादों पर भी अब कम ड्यूटी लगेगी, जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी.

FTA के लाभ

भारत और ब्रिटेन के बीच यह मुक्त व्यापार समझौता द्विपक्षीय व्यापार को मजबूती देगा. इसके जरिए दोनों देशों को नए व्यापार बाजारों तक पहुंच प्राप्त होगी और उपभोक्ताओं को किफायती और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद मिलेंगे. इससे न केवल दोनों देशों के उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे. साथ ही, दोनों देशों के नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार होगा और समग्र कल्याण में वृद्धि होगी.

इसे भी पढ़ें: ट्रंप के टैरिफ और टेररिस्ट अटैक से बेफिक्र है शेयर बाजार, मिसाइल का काम कर रहा SIP

फ्री ट्रेड एग्रीमेंट ऐतिहासिक समझौता

भारत और ब्रिटेन के बीच यह फ्री ट्रेड एग्रीमेंट एक ऐतिहासिक समझौता है, जो दोनों देशों के लिए व्यापार, निवेश, और रोजगार के नए अवसर प्रदान करेगा. भारत के श्रम-प्रधान क्षेत्रों को विशेष लाभ मिलेगा और ब्रिटेन को भारतीय बाजार में नए उत्पादों के लिए रास्ते खुलेंगे. यह समझौता न केवल आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को भी मजबूती प्रदान करेगा.

इसे भी पढ़ें: ड्रीम11 से 4 करोड़ जीतने वाले मंगल सरोज को देना होगा Tax, वरना घर पहुंचेगा आयकर विभाग

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें

Business

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version