Investment Tips: बस एक छोटी सी चालाकी और तगड़ा फायदा! पत्नी के नाम पर खोलें FD 

Investment Tips: अगर आप विवाहित पुरुष हैं, तो अपने नाम पर एफडी कराने के बजाय अपनी पत्नी के नाम पर एफडी निवेश करना अधिक फायदेमंद हो सकता है.

By Abhishek Pandey | February 25, 2025 12:24 PM
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Investment Tips: शेयर बाजार में लंबे समय से उतार-चढ़ाव का दौर जारी है, जिससे कई निवेशक सुरक्षित और स्थिर रिटर्न वाले विकल्पों की तलाश में हैं. इसी के चलते फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) एक लोकप्रिय निवेश विकल्प बन गया है, क्योंकि यह जोखिम रहित और निश्चित ब्याज दर प्रदान करता है. हालांकि, यह समझना आवश्यक है कि एफडी पर मिलने वाला ब्याज महंगाई दर से अधिक हो, ताकि निवेशकों को वास्तविक लाभ मिल सके.

पत्नी के नाम पर FD कराने के फायदे

अगर आप विवाहित पुरुष हैं, तो अपने नाम पर एफडी कराने के बजाय अपनी पत्नी के नाम पर एफडी निवेश करना अधिक फायदेमंद हो सकता है. इससे कई तरह के टैक्स लाभ मिल सकते हैं और ब्याज पर लगने वाले टीडीएस (TDS) को बचाया जा सकता है.

एफडी पर टीडीएस की गणना और टैक्स बचत

  • एफडी के ब्याज पर टैक्स का नियम: एफडी पर मिलने वाला ब्याज आपकी कुल आय में जोड़ दिया जाता है, जिससे टैक्स देनदारी बढ़ सकती है. अगर आपकी वार्षिक आय उच्च टैक्स स्लैब में आती है, तो एफडी पर अधिक टैक्स का भुगतान करना पड़ सकता है.
  • पत्नी के नाम पर एफडी कराने से टैक्स बचत: अगर आपकी पत्नी की आय कम है या वह हाउसवाइफ हैं, तो वह फॉर्म 15G भरकर टीडीएस कटौती से बच सकती हैं.
  • संयुक्त एफडी (Joint FD) का लाभ: यदि आप अपनी पत्नी के साथ संयुक्त एफडी (Joint FD) कराते हैं और उसे प्राथमिक धारक बनाते हैं, तो आप अपनी टैक्स देनदारी को कम कर सकते हैं.

एफडी पर टीडीएस कटौती के नियम

  • ब्याज सीमा – यदि किसी व्यक्ति की एफडी से प्राप्त वार्षिक ब्याज आय 40,000 रुपये से अधिक होती है, तो 10% टीडीएस काटा जाता है.
  • वरिष्ठ नागरिकों के लिए छूट – 60 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह सीमा 50,000 रुपये है.
  • फॉर्म 15G और 15H का उपयोग – जिनकी कुल आय टैक्सेबल सीमा से कम है, वे फॉर्म 15G (नियमित व्यक्ति) या 15H (वरिष्ठ नागरिक) भरकर टीडीएस कटौती से बच सकते हैं.

एफडी निवेश से पहले ध्यान रखने योग्य बातें

  • ब्याज दर की तुलना करें – विभिन्न बैंकों और एनबीएफसी द्वारा दी जाने वाली एफडी ब्याज दरों की तुलना करना जरूरी है, ताकि अधिकतम रिटर्न प्राप्त किया जा सके.
  • लॉक-इन अवधि का ध्यान रखें – एफडी की परिपक्वता अवधि (Maturity Period) आपकी वित्तीय जरूरतों के अनुसार होनी चाहिए.
  • टैक्स सेविंग एफडी का चयन करें – यदि आप कर बचत चाहते हैं, तो 5 साल की टैक्स सेविंग एफडी (Tax Saving FD) एक अच्छा विकल्प हो सकती है.

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