यह मामला बेंगलुरु के सदाशिव नगर पुलिस स्टेशन में सिविल और सत्र न्यायालय के आदेश के बाद दर्ज किया गया. अब तक क्रिस गोपालकृष्णन या अन्य आरोपियों की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.
कौन हैं क्रिस गोपालकृष्णन?
क्रिस गोपालकृष्णन भारतीय आईटी उद्योग के प्रमुख चेहरों में से एक हैं. उन्होंने 1981 में नारायण मूर्ति, नंदन निलेकणी और अन्य चार सहयोगियों के साथ मिलकर इंफोसिस की स्थापना की. 2007 से 2011 तक वह इंफोसिस के सीईओ और प्रबंध निदेशक रहे, जबकि 2011 से 2014 तक उन्होंने वाइस चेयरमैन का पद संभाला. वर्तमान में गोपालकृष्णन स्टार्टअप एक्सेलेरेटर “एक्सिलर वेंचर्स” के अध्यक्ष हैं. उन्हें उद्योग जगत में “सेनापति क्रिस” के नाम से भी जाना जाता है.
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नेटवर्थ और कुल संपत्ति
क्रिस गोपालकृष्णन का नाम अक्टूबर 2024 में फोर्ब्स की “भारत के 100 सबसे अमीर लोगों” की सूची में 73वें स्थान पर था. उनकी कुल संपत्ति 4.35 बिलियन डॉलर (करीब 26,000 करोड़ रुपये) आंकी गई है. यह संपत्ति उन्हें इंफोसिस के सह-संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति से अधिक अमीर बनाती है.
शिक्षा और प्रारंभिक जीवन
क्रिस गोपालकृष्णन का जन्म 5 अप्रैल 1955 को केरल के तिरुवनंतपुरम में हुआ. उन्होंने तिरुवनंतपुरम से अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की और फिर आईआईटी मद्रास से भौतिकी में स्नातक और कंप्यूटर साइंस में मास्टर डिग्री हासिल की. उन्होंने 1979 में पटनी कंप्यूटर सिस्टम्स में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की.
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