बता दें कि पिछले चार महीने में गैस सिलेंडर के दाम 90 रुपये बढ़ चुके हैं. आखिरी बार 6 अक्टूबर को एलपीजी के दाम बढ़े थे. अब नवंबर के पहले सप्ताह में आम लोगों की रसोई में फिर से महंगाई की आग लगने वाली है. दिल्ली और मुंबई में इस वक्त रसोई गैस सिलेंडर के दाम 899.50 रुपये हैं. कोलकाता में 926 रुपये में एक सिलेंडर मिल रहा है.
सितंबर की 28 तारीख से अक्टूबर के महीने की 27 तारीख तक पेट्रोल की कीमतों में 22 बार वृद्धि हो चुकी है. अक्टूबर में पेट्रोल 6.75 रुपये महंगा हो चुका है, तो एक लीटर डीजल की कीमत में 8.05 रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है. 27 अक्टूबर को भी पेट्रोल के दाम में 35 पैसे की वृद्धि हुई है. लगातार पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों की वजह से देश के अधिकतर राज्यों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये से अधिक हो चुकी है.
Also Read: LPG Booking : अब आप केवल एक मिस्ड कॉल के जरिए हासिल कर सकेंगे एलपीजी का कनेक्शन, जानिए कैसे?
अब खबर आ रही है कि गैस सिलेंडर भी महंगा होने वाला है. रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि सरकार तेल कंपनियों को सब्सिडी नहीं दे रही. साथ ही उन्हें लागत मूल्य पर खुदरा बिक्री की भी अनुमति सरकार ने नहीं दी है. इसलिए उम्मीद जतायी जा रही है कि अगले सप्ताह गैस सिलेंडर की कीमत में वृद्धि होगी. हालांकि, सरकार की अनुमति मिलने के बाद ही पेट्रोलियम कंपनियां ऐसा कर पायेंगी.
रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि रसोई गैस की बिक्री पर कंपनियों को प्रति सिलेंडर कम से कम 100 रुपये का नुकसान हो रहा है. इंटरनेशनल मार्केट में तेल की कीमतों में लगातार तेजी आ रही है. ऊपर से सरकार ने सब्सिडी देना भी बंद कर दिया है. इसलिए कंपनियां कह रहीं हैं कि इस अंतर को अगर जल्द नहीं पाटा गया, तो उनका नुकसान बढ़ जायेगा.
सब्सिडी पर साल में 12 सिलेंडर मिलता है
कंपनियों की दलील है कि सऊदी अरब जैसे देश में एलपीजी की दर में 60 फीसदी का उछाल आया है. इसके साथ ही यहां एक टन एलपीजी की कीमत 800 डॉलर हो गयी है. इंटरनेशनल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूज ऑयल भी 85.42 डॉलर प्रति बैरल हो गया है. ज्ञात हो कि भारत में एक साल में 14.2 किलोग्राम के 12 सिलेंडर उपभोक्ताओं को सब्सिडी पर मिलती है.
Posted By: Mithilesh Jha
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.