माइक्रोसॉफ्ट में बड़े पैमाने पर छंटनी, 6000 लोगों को धोना पड़ेगा नौकरी से हाथ

Microsoft Lay Off: माइक्रोसॉफ्ट ने वैश्विक स्तर पर 6,000 कर्मचारियों की छंटनी की है, जिसमें वाशिंगटन के 1,985 कर्मचारी शामिल हैं. कंपनी AI और क्लाउड टेक्नोलॉजी पर फोकस कर रही है और संगठनात्मक बदलावों से दक्षता बढ़ाने की दिशा में कदम उठा रही है. यह कदम तेजी से बदलते तकनीकी परिदृश्य में प्रतिस्पर्धा बनाए रखने के लिए उठाया गया है.

By KumarVishwat Sen | May 14, 2025 4:16 PM
an image

Microsoft Lay Off: माइक्रोसॉफ्ट ने एक बार फिर से अपने संगठनात्मक ढांचे में बड़ा बदलाव करते हुए ग्लोबल स्तर पर बड़े पैमाने पर छंटनी की घोषणा की है. कंपनी ने मंगलवार को कहा कि वह प्रबंधन के अनावश्यक स्तरों को खत्म कर रही है और नई तकनीकों खासकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के लाभों का अधिकतम इस्तेमाल करने की दिशा में आगे बढ़ रही है.

6,000 कर्मचारियों की नौकरी पर गिरी गाज

हालांकि, कंपनी ने आधिकारिक तौर पर छंटनी की संख्या साझा नहीं की है, लेकिन अमेरिकी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह संख्या लगभग 6,000 कर्मचारियों की है. यह माइक्रोसॉफ्ट के कुल वैश्विक कार्यबल का लगभग 3% है. वाशिंगटन राज्य की श्रम एजेंसी को दी गई फाइलिंग के अनुसार, केवल अमेरिका के वाशिंगटन राज्य में ही 1,985 कर्मचारियों को निकाला गया है.

कंपनी ने दी आधिकारिक प्रतिक्रिया

माइक्रोसॉफ्ट के प्रवक्ता ने एक ईमेल बयान में कहा, “हम गतिशील बाजार में सफलता सुनिश्चित करने के लिए संगठनात्मक परिवर्तन कर रहे हैं. हमारा उद्देश्य है कि हम अपने कर्मचारियों को नई तकनीकों और क्षमताओं का लाभ उठाने के लिए सक्षम बनाएं, ताकि वे अधिक सार्थक और प्रभावी कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर सकें.”

AI और क्लाउड पर माइक्रोसॉफ्ट का बढ़ता निवेश

माइक्रोसॉफ्ट ने हाल ही में जनवरी से मार्च की तिमाही के लिए मजबूत वित्तीय परिणाम घोषित किए थे, जो इसके क्लाउड कंप्यूटिंग और AI-आधारित सेवाओं के कारण संभव हुए. कंपनी इस साल अपनी 50वीं वर्षगांठ मना रही है और AI पर फोकस को अपनी रणनीति का प्रमुख हिस्सा बना रही है.

इसे भी पढ़ें: विराट कोहली के पास लग्जरी कारों का कलेक्शन और 4.6 करोड़ की घड़ी! कहां से होती है इतनी कमाई?

चैटजीपीटी के बाद से तकनीकी दिशा में बदलाव

2022 में चैटजीपीटी के लॉन्च के बाद से ही माइक्रोसॉफ्ट ने AI को अपनाने की रफ्तार तेज कर दी थी. अब यह साफ हो गया है कि कंपनी भविष्य की तकनीक में आगे रहने के लिए अपने कार्यबल और संचालन दोनों को नए सिरे से आकार दे रही है.

इसे भी पढ़ें: आधा भारत नहीं जानता एसआईपी 20x22x30 का फॉर्मूला, जान जाएगा तो बन जाएगा 2 करोड़ का मालिक

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें

Business

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version