साठगांठ को तोड़ने का विकल्प
गडकरी ने सुझाव दिया कि फाइबर-प्रबलित प्लास्टिक (FRP) इस समस्या का समाधान हो सकता है. उन्होंने FRP कंपनियों को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया और कहा कि वैकल्पिक सामग्री के विकास में उनकी गहरी रुचि है. उन्होंने FRP उद्योग से आग्रह किया कि वे अपनी कीमतें कम करें ताकि इनका उपयोग इस्पात और सीमेंट की तुलना में अधिक प्रभावी हो सके. गडकरी ने कहा, “यदि FRP की कीमत इस्पात से 20-25% कम हो सकती है, तो यह देश के लिए बड़ा लाभ साबित होगा.”
FRP का उपयोग और लाभ
गडकरी ने FRP के उपयोग को बुनियादी ढांचे, विमानन, शिपिंग, सड़क निर्माण और मेट्रो रेल जैसे क्षेत्रों में लागू करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि FRP का उपयोग न केवल लागत को कम करेगा, बल्कि बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में नई क्रांति ला सकता है.
इसे भी पढ़ें: अदाणी एनर्जी को मिला 25,000 करोड़ का बड़ा ऑर्डर, 22 जनवरी को शेयर में आ सकती है तेजी
गडकरी की अपील
मंत्री ने कहा कि FRP उद्योग को अपनी लागत को कम करने और सरकार के साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता है ताकि यह इस्पात और सीमेंट उद्योग पर निर्भरता को खत्म करने में सहायक हो सके. उन्होंने उद्योग से कहा कि यदि वे FRP की दर को 20-25% तक कम कर सकते हैं, तो यह देश के लिए फायदेमंद होगा.
इसे भी पढ़ें: Donald Trump ने ब्रिक्स देशों को फिर दी धमकी, बोले- ”डॉलर से कारोबार करो वर्ना लगा दूंगा चार्ज”
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.