आपको बता दें कि ग्राहकों की सुविधा के लिए आरबीआई ने नियमों में बदलाव करने का फैसला किया है. नए नियमों के अनुसार, अब कोई भी आदमी चौबीसों घंटे आरटीजीएस कर सकता है. इसके साथ ही, आपको यह भी बता दें कि इंटरनेट बैंकिंग की एनईएफटी सुविधा के तहत ऑनलाइन ट्रांजेक्शन की कोई न्यूनतम सीमा नहीं है. इसका मतलब यह हुआ कि आप इस सुविधा के जरिए जितना मर्जी उतना पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं.
आरटीजीएस और आईएमपीएस से कितना पैसा होगा ट्रांसफर
एनईएफटी के अलावा ग्राहक आरटीजीएस और आईएमपीएस का इस्तेमाल करके भी पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं. आरटीजीएस के जरिए एक बार में 2 लाख रुपये से कम रकम ट्रांसफर नहीं हो सकती, जबकि अलग-अलग बैंकों में इसकी अधिकतम सीमा अलग-अलग है. आईएमपीएस के जरिए एक दिन में 2 लाख रुपये तक की रकम रियल टाइम में ट्रांसफर किया जा सकता था, जिसे बढ़ा कर 5 लाख रुपये कर दिया गया है.
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रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं
शुक्रवार को तीन दिवसीय बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई ने रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है. रेपो रेट 4 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी की दर पर कायम है. बता दें कि रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अगुवाई वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने आखिरी बार 22 मई, 2020 को रेपो दर में बदलाव किया था.
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