सरकार तैयार कर रही है नई गाइडलाइंस
सरकार की इस नई स्कीम की शुरुआत हो जाने के बाद अब देश के लाखों माता-पिता ऑनलाइन या बैंक और डाकघर जाकर एनपीएस वात्सल्य योजना का हिस्सा बन सकते हैं. एनपीएस वात्सल्य योजना के तहत 1000 रुपये से बच्चों के नाम पर खाता खोलकर योगदान कर सकते हैं. इसके बाद अंशधारकों को सालाना 1,000 रुपये का योगदान करना होगा. फिलहाल, एनपीएस खातों से निकासी के लिए सरकार की ओर से गाइडलाइंस तैयार की जा रही है.
18 साल में एनपीएस और 60 साल में पेंशन
एनपीएस वात्सल्य योजना की शुरुआत करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस पेंशन प्रणाली ने बहुत प्रतिस्पर्धी रिटर्न दिया है और यह भविष्य की आय सुनिश्चित करते हुए लोगों को बचत का विकल्प मुहैया कराती है. उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में एनपीएस के 1.86 करोड़ ग्राहक हो चुके हैं और प्रबंधन-अधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) 13 लाख करोड़ रुपये है. एनपीएस वात्सल्य योजना पहले से ही चली आ रही एनपीएस योजना का बच्चों तक किया गया विस्तार है. इसमें 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों का खाता खोला जा सकता है, जो उनके 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर अपने-आप नियमित एनपीएस खाते में परिवर्तित हो जाएगा. हालांकि, एनपीएस वात्सल्य योजना के तहत खोले गए खाते में पेंशन केवल 60 साल की आयु प्राप्त करने पर ही आएगी.
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बैंकों ने पीएफआरडीए से मिलाया हाथ
निर्मला सीतारमण ने कहा कि एनपीएस ने शेयर, कॉरपोरेट लोन और सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश पर 14%, 9.1% और 8.8% रिटर्न दिया है. वित्त मंत्री ने जुलाई में वित्त वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट पेश करते समय एनपीएस वात्सल्य योजना लाने की घोषणा की थी. आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक सहित कई बैंकों ने एनपीएस वात्सल्य की पेशकश के लिए पेंशन कोष नियामक पीएफआरडीए के साथ हाथ मिलाया है. आईसीआईसीआई बैंक ने एनपीएस वात्सल्य के तहत कुछ बच्चों के खाते रजिस्टर्ड करके मुंबई में अपने सेवा केंद्र में योजना की शुरुआत की.
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