NSE IPO: सेबी चेयरमैन ने एनएसई के आईपीओ पर जताया भरोसा, जल्द हो सकता है बड़ा ऐलान

NSE IPO: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का आईपीओ लंबे समय से निवेशकों की प्रतीक्षा में है. सेबी चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय ने संकेत दिया है कि आईपीओ से जुड़े लंबित मुद्दे जल्द सुलझाए जाएंगे. NSE ने 2016 में पहली बार आईपीओ प्रस्ताव दाखिल किया था, लेकिन को-लोकेशन विवाद और नियामकीय चिंताओं के चलते इसे मंजूरी नहीं मिली. अब सेबी और NSE के बीच बातचीत चल रही है और उम्मीद की जा रही है कि इस बहुप्रतीक्षित आईपीओ को जल्द हरी झंडी मिल सकती है.

By KumarVishwat Sen | May 22, 2025 7:47 PM
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NSE IPO: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के आईपीओ का निवेशकों को लंबे समय से इंतजार है. अब इस इंतजार के खत्म होने की उम्मीद बनती नजर आ रही है. सेबी (SEBI) के चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय ने गुरुवार को एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि एनएसई आईपीओ से जुड़े सभी लंबित मुद्दे जल्द हल हो सकते हैं. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि एनएसई और सेबी के बीच लगातार संवाद जारी है और सकारात्मक दिशा में काम हो रहा है.

आठ साल से अटका है एनएसई आईपीओ

एनएसई का आईपीओ पिछले 8 वर्षों से अटका हुआ है. साल 2016 में एनएसई ने सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया था. योजना के तहत, मौजूदा शेयरधारकों की 22% हिस्सेदारी बेचकर करीब 10,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य था. हालांकि, कंपनी संचालन और ‘को-लोकेशन’ सुविधा से जुड़ी कुछ नियामकीय चिंताओं के चलते सेबी ने इस प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी.

क्या है ‘को-लोकेशन’ विवाद?

‘को-लोकेशन’ सुविधा के तहत ट्रेडिंग में शामिल सदस्य अपने सर्वर को एनएसई परिसर में स्थापित कर सकते हैं, जिससे उन्हें बाजार डेटा और ऑर्डर निष्पादन में बेहद तेज पहुंच मिलती है. यह तकनीकी लाभ कुछ ब्रोकरों द्वारा कथित रूप से अनुचित तरीके से इस्तेमाल किया गया, जिसके चलते एनएसई जांच के दायरे में आ गया. इसी वजह से सेबी ने आईपीओ प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी.

सेबी ने बनाई समिति

सेबी ने मार्च 2024 में एनएसई के आईपीओ प्रस्ताव पर विचार करने के लिए आंतरिक समिति के गठन की घोषणा की थी. सेबी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि एनएसई को सभी नियामकीय मुद्दों को हल करना होगा. तुहिन कांत पांडेय ने कहा कि “मामला जल्द ही सुलझाया जाएगा. हालांकि, समयसीमा देना अभी संभव नहीं है.”

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देश की 10वीं सबसे बड़ी निजी कंपनी

‘2024 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया’ रिपोर्ट के अनुसार, NSE का मूल्यांकन करीब 4.7 लाख करोड़ रुपये है और यह देश की 10वीं सबसे मूल्यवान निजी कंपनी है. एनएसई का आईपीओ न केवल बाजार के लिए बड़ा इवेंट होगा, बल्कि इससे आम निवेशकों को देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज में भागीदारी का मौका भी मिलेगा.

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