ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के खिलाफ भारत का सख्त संदेश
भारत ने एक बार फिर यह साबित किया है कि वह आतंकवाद के किसी भी रूप को बर्दाश्त नहीं करेगा. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ उसी नीति का नतीजा है, जिसके तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए.
पहलगाम आतंकी हमले का जवाब
भारत की यह सैन्य कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए उस आतंकी हमले के जवाब में की गई, जिसमें 26 निर्दोष भारतीय नागरिकों की जान गई थी. इस दर्दनाक हमले के बाद देशभर में आक्रोश था और भारत ने इसका जवाब निर्णायक रूप में दिया.
जैश और लश्कर के ठिकाने तबाह
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात को नौ प्रमुख आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. इनमें बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का ठिकाना शामिल है. इस सटीक कार्रवाई से भारत ने आतंकवादियों को उनके ही घर में जवाब दे दिया.
सीतारमण का सशक्त संदेश
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर इस अभियान की सराहना की. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, “ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर किया गया कड़ा प्रहार है. भारत आतंकवाद को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा.” उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत यह सुनिश्चित करेगा कि आतंकवादियों को उनके अपराधों की सजा अवश्य मिले.
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भारत की जीरो टॉलरेंस नीति
‘ऑपरेशन सिंदूर’ सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की उस नीति का हिस्सा है, जो आतंकवाद के प्रति “जीरो टॉलरेंस” को अपनाती है. यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी एक स्पष्ट संदेश देता है कि भारत अपनी सीमाओं और नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा.
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