ब्रिटेन के पूर्व PM ऋषि सुनक को गोल्डमैन सैक्स में मिला नौकरी, जानिए कितनी मिलेगी सैलरी

Rishi Sunak Job Role: ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को गोल्डमैन सैक्स में वरिष्ठ सलाहकार की नई भूमिका मिली है. वह अंशकालिक रूप से बैंक के ग्राहकों को वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था पर सलाह देंगे. उनकी सैलरी ‘द रिचमंड प्रोजेक्ट’ संस्था को दान की जाएगी.

By Abhishek Pandey | July 9, 2025 11:25 AM
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Rishi Sunak Job Role: ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने प्रतिष्ठित वैश्विक (prestigious global) निवेश बैंक गोल्डमैन सैक्स में वरिष्ठ सलाहकार के रूप में नई भूमिका संभाली है.जुलाई 2024 में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद, अब वह पार्ट टाइम रूप से बैंक के ग्राहकों को वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था पर अपनी “विशेष दृष्टिकोण और अनुभव” के साथ मार्गदर्शन देंगे.

राजनीतिक जिम्मेदारी बरकरार

सुनक अभी भी यॉर्कशायर के रिचमंड और नॉर्थऑलर्टन क्षेत्र से कंजरवेटिव सांसद बने हुए हैं.वह पहले भी, 2000 की शुरुआत में, गोल्डमैन सैक्स में एनालिस्ट के तौर पर काम कर चुके हैं. गोल्डमैन सैक्स के चेयरमैन और सीईओ डेविड सोलोमन ने कहा, “हम ऋषि का फिर से स्वागत कर रहे हैं और उनकी विशेषज्ञता का लाभ उठाना हमारे लिए उत्साहजनक है.” सोलोमन ने यह भी बताया कि सुनक न केवल ग्राहकों को सलाह देंगे, बल्कि दुनिया भर में कंपनी के कर्मचारियों से जुड़कर सीखने और विकास की संस्कृति को मजबूत करेंगे.

वेतन जाएगा चैरिटी को (Rishi Sunak Job Role)

सुनक इस भूमिका से मिलने वाला वेतन “द रिचमंड प्रोजेक्ट” नामक संस्था को दान करेंगे, जिसे उन्होंने अपनी पत्नी अक्षता मूर्ति के साथ मिलकर इस साल की शुरुआत में शुरू किया था.यह संस्था पूरे ब्रिटेन में अंकगणितीय ज्ञान (numeracy) को बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रही है.

इस नियम का पालन करना पड़ेगा सुनक को

पूर्व मंत्रियों को निजी कंपनियों में नौकरी करने से पहले अनुमति देने वाली संस्था Acoba (Advisory Committee on Business Appointments) ने सुनक की इस नियुक्ति को कुछ शर्तों के साथ मंजूरी दी है.सुनक किसी भी विदेशी सरकार या उनके सॉवरेन वेल्थ फंड को सलाह नहीं देंगे.उन ग्राहकों को मार्गदर्शन नहीं देंगे जिनसे प्रधानमंत्री रहते हुए उनका सीधा संपर्क रहा हो और न ही बैंक की ओर से यूके सरकार पर कोई लॉबिंग करेंगे.

सुनक का करियर प्रोफाइल

राजनीति में आने से पहले सुनक ने वित्तीय सेवा क्षेत्र में लगभग 14 वर्षों तक काम किया.उन्होंने गोल्डमैन सैक्स में 2000 में इंटर्नशिप शुरू की थी और 2001 से 2004 तक बतौर एनालिस्ट कार्य किया.इसके बाद उन्होंने एक अंतरराष्ट्रीय निवेश फर्म की सह-स्थापना भी की.

2015 में पहली बार सांसद चुने जाने के बाद, उन्होंने कोविड महामारी के समय बतौर वित्त मंत्री (चांसलर) प्रसिद्धि हासिल की थी.उनके फर्लो स्कीम जैसे आर्थिक राहत कदम काफी चर्चा में रहे.जुलाई 2022 में उनके इस्तीफे ने तत्कालीन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की सरकार को संकट में डाल दिया था.इसके बाद अक्टूबर 2022 में वे प्रधानमंत्री बने और जुलाई 2024 तक पद पर रहे.

प्रधानमंत्री पद छोड़ने के बाद से सुनक ने कई भूमिकाएं अपनाई हैं.उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के ब्लावाटनिक स्कूल ऑफ गवर्नमेंट और अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी स्थित हूवर इंस्टीट्यूशन से जुड़कर निःशुल्क अकादमिक भूमिका निभाई है.हालांकि अप्रैल 2025 से अब तक वे तीन व्याख्यानों से 5 लाख पाउंड से अधिक की आय कर चुके हैं.

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