श्लॉस बेंगलुरु के IPO को पहले दिन मिला 6% सब्सक्रिप्शन, निवेशकों की प्रतिक्रिया रही धीमी

IPO: श्लॉस बेंगलुरु लिमिटेड के 3,500 करोड़ रुपये के आईपीओ को पहले दिन केवल 6% सब्सक्रिप्शन मिला. ‘द लीला’ ब्रांड के तहत काम करने वाली इस कंपनी को खुदरा निवेशकों से 20% जबकि QIB और NII से सिर्फ 3% अभिदान मिला. एंकर निवेशकों से पहले ही 1,575 करोड़ रुपये जुटाए जा चुके हैं. यह भारत का सबसे बड़ा हॉस्पिटैलिटी सेक्टर आईपीओ माना जा रहा है, जो 28 मई 2025 को बंद होगा.

By KumarVishwat Sen | May 26, 2025 7:17 PM
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IPO: ‘द लीला’ होटल ब्रांड के तहत काम करने वाली कंपनी श्लॉस बेंगलूर लिमिटेड के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) को पहले दिन धीमी प्रतिक्रिया मिली है. श्लॉस बेंगलूरु लिमिटेड के IPO को सोमवार, 27 मई 2025 को सब्सक्रिप्शन के पहले दिन केवल 6% अभिदान मिला. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के आंकड़ों के अनुसार, कंपनी की ओर से 4,66,10,169 इक्विटी शेयरों की पेशकश की गई थी. आईपीओ जारी होने के बाद पहले दिन कंपनी की ओर से शेयरों की पेशकश के मुकाबले सिर्फ 28,75,176 शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं.

खुदरा निवेशकों से बेहतर प्रतिक्रिया

IPO में सबसे अधिक अभिदान खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों (Retail Individual Investors-RII) की ओर से देखने को मिला, जहां 20% सब्सक्रिप्शन प्राप्त हुआ. इसके विपरीत, गैर-संस्थागत निवेशकों (Non-Institutional Investors-NII) और पात्र संस्थागत खरीदारों (Qualified Institutional Buyers-QIB) दोनों वर्गों से सिर्फ 3% की प्रतिक्रिया मिली.

एंकर निवेशकों से पहले ही जुटाए 1,575 करोड़

IPO खुलने से पहले ही श्लॉस बेंगलूरु लिमिटेड ने एंकर निवेशकों से 1,575 करोड़ रुपये जुटा लिये थे, जो कंपनी में बाजार की रुचि को दर्शाता है. यह फंडिंग कंपनी के लिए शुरुआती पूंजी मजबूत करने में मददगार रही.

देश का सबसे बड़ा हॉस्पिटैलिटी IPO बनने की संभावना

श्लॉस बेंगलूर लिमिटेड का यह IPO आतिथ्य (हॉस्पिटैलिटी) क्षेत्र में भारत का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ बताया जा रहा है. कंपनी ने प्रति शेयर प्राइस बैंड 413 रुपये से 435 रुपये तय किया है. इस सार्वजनिक निर्गम से कंपनी को कुल 3,500 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद है. कंपनी का यह आईपीओ 28 मई 2025 को बंद होगा.

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जुटाई गई राशि का उपयोग

कंपनी इस आईपीओ से प्राप्त पूंजी का इस्तेमाल अपने और अपनी सहायक इकाइयों के कर्ज का भुगतान करने के साथ-साथ सामान्य कारोबारी आवश्यकताओं को पूरा करने में करेगी. इसके बाद अब देखना यह होगा कि अगले दो कारोबारी दिनों में सब्सक्रिप्शन का स्तर कहां तक पहुंचता है.

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