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सेबी से चर्चा के बाद लिया गया फैसला
Share Market Special Session के दौरान सभी प्रतिभूतियों (डेरिवेटिव उत्पाद वाली प्रतिभूतियों समेत) का अधिकतम मूल्य दायरा पांच प्रतिशत होगा. वहीं पहले से ही दो प्रतिशत या उससे कम मूल्य दायरे में मौजूद प्रतिभूतियां अपने बैंड में ही उपलब्ध रहेंगी. यह सत्र बाजार नियामक सेबी और उनकी तकनीकी सलाहकार समिति के साथ चर्चाओं के बाद आयोजित किया जा रहा है. इसका मकसद बाजार बुनियादी ढांचा संस्थानों की तैयारियों का आकलन करना है ताकि उन्हें किसी भी अप्रत्याशित घटना को संभालने लायक बनाया जा सके.
इन बात का रखे ध्यान
लाइव ट्रेडिंग सेशन में कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है. इस दौरान स्पेशल सेशन में सिक्योरिटीज के लिए अपर और लोअर सर्किट की सीमा 5 फीसदी तक होगी. इस दौरान ऐसे स्टॉक भी शामिल होंगे जो F&O सेगमेंट में कारोबार करते हैं. जिन सिक्योरिटी में पहले से 2 फीसदी की ऊपरी और निचली सर्किट सीमा है, उनमें 2 फीसदी की सीमा जारी रहेगी. ये उपाय अत्यधिक अस्थिरता को रोकता है और लाइव ट्रेडिंग सत्र के दौरान बाजार में स्थिरता बनाए रखता है.
20 जनवरी को भी खुला था बाजार
इससे पहले विशेष सत्र का आयोजन 20 जनवरी को किया जाना था. मगर 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के कारण बाजार को बंद करके, 20 जनवरी को ही फूल ट्रेडिंग सेशन का आयोजन कर दिया गया. इसके साथ ही, 22 जनवरी को शेयर बाजार बंद था. इस दिन दो ट्रेडिंग सेशन का आयोजन किया जाना था. पहला स्पेशल सेशन 45 मिनट और दूसरा ट्रेडिंग सेशन 60 मिनट का था.
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