Success Story: पढ़ाई छोड़ी, एक गाय से शुरू किया बिजनेस, अब 150 गायें, दो होटल और मिठाई का बादशाह
Success Story: झारखंड के युवक ने पढ़ाई छोड़ एक गाय से दूध बेचने की शुरुआत की. मेहनत और लगन से आज वह 150 गायों का मालिक है. गुमला और सिमडेगा में दो होटल खोले हैं और अब मिठाई बनाने के क्षेत्र में भी पहचान बना ली है.
By Abhishek Pandey | June 16, 2025 12:22 PM
Success Story: पढ़ाई छोड़ कर एक गाय खरीदी. दूध बेचकर आज 150 गायों का मालिक बना गया. इतना ही नहीं, गुमला व सिमडेगा जिले में दो मिठाई के होटल खोले. आज मिठाई बनाने में नंबर वन बन गया. हम बात कर रहे हैं. पालकोट प्रखंड निवासी मनीष कुमार उर्फ मनीष हिंदुस्तान की. मनीष गाय पाल कर दूध उत्पादन करने के बाद उसी गाय के दूध से मिठाई बनाकर होटल के माध्यम से बेच रहा है. इतना ही नहीं, वे दूध की बिक्री भी करते हैं. सुबह शाम उनके होटल में हिंदुस्तान डेयर का दूध खरीने वालों की भीड़ रहती है. दूध बेचकर आज मनीष कुमार सफल व्यवसायी बन गया है. बड़े व्यापारियों की गिनती में आता है. मनीष ने जिस प्रकार दूध उत्पादन से अपनी तकदीर व तस्वीर बदली, आज वह किसानों के प्रेरणास्रोत बन गये हैं.
संघर्ष व सफलता की कहानी
मनीष कुमार ने बताया कि वर्ष 2003 में वे गोस्नर कॉलेज रांची से स्नातक कर रहे थे. वह स्नातक पार्ट टू में था. पढ़ाई के समय से ही कुछ अलग करने की इच्छा थी. वर्ष 2003 के आसपास पालकोट में दूध मिलता नहीं था. अगर कुछ किसान गाय पालते थे तो उसके दूध का खुद सेवन करते थे. एक-दो किसान दूध बेचते थे. एक किसान उसके घर में दूध देता था. एक दिन उसके मन में आया और किसान से उसने पूछा कि मुझे भी गाय पालना है. इसके बाद उसने किसान से संपर्क कर 18 हजार रुपये में एक बेहतर नस्ल की गाय खरीदी. इसके बाद वह पढ़ाई छोड़ दूध बेचना शुरू किया. उस समय आठ रुपये प्रति लीटर दूध था. शुरूआती क्षणों में पालकोट में साइकिल से घूमकर दूध बेचता था. बाद में बड़ा मार्केट पकड़ने के लिए यात्री बस से दूध लेकर गुमला आने लगा और यहां बड़ा मार्केट मिला. इसके बाद एक-एक कर मेरे घर में गाय की भी संख्या बढ़ने लगी. अभी मेरे पास 150 गाय है. गुमला शहर में भी मैंने कई सालों तक साइकिल में घूमकर दूध बेचा. गाय की संख्या अधिक होने व दूध का उत्पादन अधिक होने के बाद मैंने हिंदुस्तान डेयरी व मिष्ठान के नाम से होटल खोल लिया. खुद के गाय से उत्पादित दूध से कई प्रकार का मिठाई बनाकर होटल में बेचने लगा. दूध का स्टॉल भी शुरू किया. यह व्यवसाय चल पड़ा.
पहले गुमला फिर सिमडेगा में खोली होटल
मनीष कुमार ने पहले गुमला में एक झोपड़ीनुमा होटल खोले. व्यवसाय धीरे धीरे बढ़ा तो पालकोट रोड टावर चौक के समीप 2012 में होटल खोली. इसमें दूध से बने मिठाई व कई प्रकार की सामग्री बेचना लगा. गुमला का होटल चलने व खुद के दूध की मिठाई की डिमांड के बाद उन्होंने सिमडेगा जिला में भी होटल खोला. आज दोनों होटल जाना माना होटल बन गया है. साथ ही उसके गायों से बनी दूध की डिमांड भी अधिक होने लगी. दूध उत्पादन के इस व्यवसाय में मनीष ने अपने दो छोटे भाइयों को भी लगा दिया है. इतना ही नहीं, गाय पालने से लेकर दूध उत्पादन तक के कार्यो के लिए उन्होंने कई स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार दिया. यहां तक कि होटल में भी दर्जन भर युवाओं को नौकरी दी.
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