N Ganapathy Subramaniam ने दी प्रतिक्रिया
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड के ऑपरेटिंग चीफ एन गणपति सुब्रमण्यम (N Ganapathy Subramaniam) ने आज अपने एक बयान में बताया कि- मैं इसमें सीधे तौर पर शामिल नहीं हूं, लेकिन यह वास्तव में भारत के लिए अच्छा होना चाहिए क्योंकि यह भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स और माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स के निर्माण का एक अवसर पैदा करने वाला है. आगे बताते हुए उन्होंने बताया कि 128 बिलियन डॉलर का टाटा समूह ऐप्पल इंक के ताइवानी सप्लायर विस्ट्रॉन कॉर्प के साथ महीनों से बातचीत कर रहा है और मार्च के अंत तक बेंगलुरु के पास अपनी असेंबली फैक्ट्री की खरीद पर मुहर लगाना चाहता है. साल्ट-टू-एयरलाइन ग्रुप प्रौद्योगिकी में अपनी उपस्थिति का विस्तार कर रहा है और भारतीय सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक्स में चीन के दबदबे को चुनौती देने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं.
31 मार्च से पहले पूरी की जा सकती है यह डील
अगर आप नहीं जानते तो बता दें इस समय iPhone का कुल 85 प्रतिशत चीन में बनाया जाता है. अगर टाटा का साथ एपल की यह डील पूरी हो जाती है तो चीन के ऊपर से इस निर्भरता को कम किया जा सकता है. खबरों की अगर माने तो विस्ट्रॉन के साथ टाटा ग्रुप की यह डील 31 मार्च 2023 से पहले पूरी कर ली जाएगी. इस डील का पूरा होने के बाद टाटा ग्रुप विस्ट्रॉन की जगह ले लेगी. एक बार यह डील पूरी हो जाए तो टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स को भारत सरकार की तरफ से दिए जा रहे इंसेंटिव का भी लाभ मिल जाएगा. यह लाभ 1अप्रैल 2023 से मिलना शुरू होगा.
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