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करीब 80 हजार लोग करते हैं काम
भारतीय कंपनी टाटा स्टील, साउथ वेल्स के पोर्ट टालबोट में स्थित ब्रिटेन की सबसे बड़ी 30 लाख टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) क्षमता वाली इस्पात कंपनी की मालिक है. इसमें करीब 8,000 लोग काम करते हैं. कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए ब्रिटेन की ऋषि सुनक (Rishi Sunak) सरकार ने कंपनी को 5,150 करोड़ रुपये का ग्रांट देने का ऐलान किया है. ब्रिटिश सरकार ने टाटा स्टील के प्लांट से कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए ये ग्रांट दिया है. दरअसल, टाटा स्टील और ब्रिटिश सरकार ने संयुक्त रूप से 1.25 अरब पाउंड के निवेश के साथ पोर्ट टैलबोट साइट पर हाईटेक इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस स्टील प्लांट लगाने के लिए डील किया है. इसके लिए ब्रिटेन की सरकार ने करीब 50 करोड़ पाउंड का ग्रांट कंपनी को दिया है.
नीदरलैंड में 800 कर्मचारियों को निकालने की हुई थी चर्चा
टाटा स्टील ने नीदरलैंड में 800 लोगों की छंटनी को लेकर नवंबर 2023 में काफी चर्चा हुई थी. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी नीदरलैंड (Netherlands) बेस्ड यूनिट की IJmuiden से कर्मचारियों के छटनी के बारे में सोच रही थी. ये प्लांट एमस्टरडम (Amsterdam) से 30 किलोमीटर दूर है. इसमें वर्तमान में करीब 9200 कर्मचारी काम करते हैं. टाटा स्टील की डच यूनिट ने इस बारे में कहा कि कंपनी मार्केट में अपने पोजीशन में सुधार लाने और लागत में कमी लाने के कई प्रयास कर रही है. इसके बाद भी अभी कुछ और किये जाने की जरूरत है. पर्यावरण के लिहाज से एक स्वच्छ कंपनी में खुक को परिवर्तन के लिए महत्वपूर्ण निवेश किए गए हैं. कंपनी आने वाले दिनों में प्लांट में और भी ज्यादा निवेश करेगी.
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