कौन‑कौन से देश हैं टैक्स-फ्री?
दुनियाभर में कुछ चुनिंदा देश ऐसे हैं जहां नागरिकों से व्यक्तिगत आय पर टैक्स नहीं वसूला जाता. ये देश अपनी आमदनी के लिए तेल, गैस, पर्यटन या फाइनेंशियल सर्विसेज पर निर्भर रहते हैं. टैक्स-फ्री नीति इन्हें ग्लोबल टैलेंट और इन्वेस्टमेंट के लिए आकर्षक बनाती है.
टैक्स-फ्री देश
- संयुक्त अरब अमीरात (UAE)
- कुवैत
- क़तर
- सऊदी अरब
- बहरीन
- ब्रुनेई
- बाहामास
- मोनाको
- कयमैन आइलैंड्स
- ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स
- एंगुइला
- ओमान (2028 तक)
ओमान में क्या हो रहा है बदलाव?
ओमान अब उन टैक्स-फ्री देशों की श्रेणी से बाहर निकलने की तैयारी कर रहा है. 2028 से ओमान में व्यक्तिगत इनकम टैक्स लागू किया जा सकता है. इस प्रस्ताव के अनुसार, सालाना 42,000 ओमानी रियाल (करीब 93.5 लाख रुपये) से अधिक कमाने वालों पर 5% टैक्स लगाया जाएगा.यह नीति देश को तेल-निर्भरता से बाहर निकालने और आर्थिक स्थिरता की दिशा में बढ़ाने के उद्देश्य से लाई जा रही है.
टैक्स न होने के फायदे क्या हैं?
- उच्च कमाई वाले लोगों के लिए बचत का बड़ा अवसर
- निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र
- प्रवासी कामगारों को ज्यादा नेट इनकम मिलती है
- सरल टैक्स सिस्टम से प्रशासनिक लागत कम होती है
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