ब्रिटेन के साथ फ्री ट्रेड से बुलेट की स्पीड से दौड़ेगी भारत की अर्थव्यवस्था, 15 प्वाइंट में जानें पूरी बात

Trade Deal: भारत और ब्रिटेन के बीच हुए ऐतिहासिक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट से कृषि, वस्त्र, इंजीनियरिंग, फार्मा, सेवा, समुद्री और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्रों में बड़ा फायदा मिलेगा. 99% भारतीय उत्पादों पर ब्रिटेन में शून्य शुल्क लगेगा, जिससे निर्यात तेज़ी से बढ़ेगा. एमएसएमई सेक्टर, किसानों, मछुआरों और प्रोफेशनल्स को भी प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा. इस समझौते से भारत की अर्थव्यवस्था को बुलेट ट्रेन जैसी गति मिलने की संभावना है.

By KumarVishwat Sen | July 24, 2025 8:52 PM
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Trade Deal: भारत और ब्रिटेन के बीच हुए व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौते ने भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए नए अवसरों के द्वार खोल दिए हैं. यह फ्री ट्रेड एग्रीमेंट न केवल कृषि, वस्त्र, इंजीनियरिंग और समुद्री उत्पादों के क्षेत्र में बल्कि आईटी, फार्मा और सेवा क्षेत्रों में भी भारत की स्थिति को सुदृढ़ करेगा. आइए इसे 15 प्रमुख बिंदुओं और श्रेणियों में विस्तार से समझते हैं.

कृषि क्षेत्र में नई ऊंचाइयां

  • भारत को ब्रिटेन में फल, सब्जियां, अनाज, मसाले, दालें और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों पर शून्य शुल्क मिलेगा.
  • भारत के 95% से अधिक कृषि उत्पादों को अब बिना शुल्क के प्रवेश मिलेगा.
  • अगले तीन वर्षों में कृषि निर्यात में 20% से अधिक की वृद्धि की उम्मीद है.
  • प्रमाणीकरण सरल होने से निर्यातकों का समय और लागत दोनों बचेंगे.
  • बाजरा, कटहल, जैविक जड़ी-बूटियों जैसे उत्पादों को नए बाजार मिलेंगे.
  • आंध्र प्रदेश, ओडिशा, केरल, तमिलनाडु जैसे राज्य समुद्री आयात बाजार से लाभान्वित होंगे.
  • डेयरी उत्पाद, सेब, जई और खाद्य तेलों पर भारत कोई रियायत नहीं देगा.
  • भारत से उच्च मूल्य वाले कृषि उत्पादों के निर्यात की क्षमता बढ़ेगी.

समुद्री उत्पादों को विश्व बाजार में उड़ान

  • सभी समुद्री उत्पादों पर ब्रिटेन द्वारा लगाया गया शुल्क समाप्त होगा.
  • झींगा, टूना, मछली का भोजन आदि अब पूर्णतया शुल्क मुक्त होंगे.
  • इससे निर्यातकों की आय बढ़ेगी और तटीय मछुआरों को सीधा लाभ मिलेगा.
  • ब्रिटेन के समुद्री उत्पाद बाजार में भारत की वर्तमान हिस्सेदारी केवल 2.25% है, जिससे वृद्धि की बड़ी संभावनाएं हैं.
  • स्वच्छता और पादप स्वच्छता उपाय भारतीय निर्यातकों को गुणवत्ता मानकों में सहायता देंगे.

चाय और कॉफी उत्पादों को नया आयाम

  • ब्रिटेन में भारतीय चाय, कॉफी और मसालों को शुल्क मुक्त पहुंच मिलेगी.
  • इंस्टेंट कॉफी पर विशेष ध्यान, जिससे यूरोपीय प्रतिस्पर्धियों से बेहतर प्रतिस्पर्धा की जा सके.

तिलहन एवं संबंधित उत्पाद

  • शुल्क में छूट से भारतीय तिलहन उत्पादों को ब्रिटेन में प्रतिस्पर्धा में बढ़त मिलेगी.

वस्त्र एवं परिधान

  • 1,143 वस्त्र उत्पाद श्रेणियों पर शून्य शुल्क मिलेगा.
  • बांग्लादेश, पाकिस्तान जैसे देशों के बराबर भारत को शुल्क में छूट मिलेगी.
  • आरएमजी, घरेलू वस्त्र, हस्तशिल्प, कालीन जैसे उत्पादों के निर्यात में तीव्र वृद्धि की संभावना.
  • भारत को ब्रिटेन में 1-2 वर्षों में 5% अतिरिक्त बाजार हिस्सेदारी मिलने की उम्मीद.

इंजीनियरिंग और मशीनरी उत्पाद

  • ब्रिटेन भारत का छठा सबसे बड़ा इंजीनियरिंग निर्यात बाजार है.
  • वर्तमान निर्यात 4.28 अरब डॉलर है, जिसे 2029-30 तक 7.5 अरब डॉलर करने का लक्ष्य.
  • इलेक्ट्रिक मशीनरी, वाहन कलपुर्जे, औद्योगिक उपकरणों के निर्यात में 12.2% वार्षिक वृद्धि अनुमानित.

इलेक्ट्रॉनिक्स और सॉफ्टवेयर

  • स्मार्टफोन, ऑप्टिकल फाइबर केबल, इनवर्टर पर शून्य शुल्क से निर्यात में तेजी.
  • सॉफ्टवेयर सेवाओं में 15-20% सालाना वृद्धि की उम्मीद, वर्तमान में 32 अरब डॉलर का व्यापार.

फार्मा और मेडिकल उपकरण

  • भारतीय जेनेरिक दवाओं को ब्रिटेन के बाजार में भारी फायदा मिलेगा.
  • एक्स-रे, ईसीजी, शल्य चिकित्सा उपकरणों पर कोई शुल्क नहीं.

रसायन और संबद्ध उत्पाद

  • भारत के रासायनिक उत्पादों का निर्यात 30-40% बढ़ने की संभावना.
  • वर्तमान में ब्रिटेन को केवल 84.3 करोड़ डॉलर का निर्यात, जबकि 35 अरब डॉलर का आयात करता है.

प्लास्टिक उत्पाद

  • फिल्म, शीट, पाइप, पैकेजिंग, टेबलवेयर जैसे उत्पादों को शुल्क मुक्त पहुंच मिलेगी.
  • अगले 5 वर्षों में 18.7 करोड़ डॉलर का निर्यात का लक्ष्य

खेल सामग्री और खिलौने

  • क्रिकेट गियर, रग्बी गेंद, गैर-इलेक्ट्रॉनिक खिलौनों का निर्यात बढ़ेगा.
  • भारत को प्रतिस्पर्धा में चीन और वियतनाम पर बढ़त मिलेगी.

रत्न एवं आभूषण

  • वर्तमान में 94.1 करोड़ डॉलर का निर्यात, जिसमें 40 करोड़ डॉलर आभूषणों का.
  • शुल्क छूट से अगले 2-3 साल में निर्यात दोगुना हो सकता है.

चमड़ा और जूते

  • 16% शुल्क को शून्य किया गया.
  • आगरा, कानपुर, कोल्हापुर, चेन्नई के एमएसएमई को लाभ मिलेगा.
  • निर्यात 90 करोड़ डॉलर से अधिक पहुंचने की संभावना.

सेवा क्षेत्र में अवसर

  • पेशेवरों जैसे योग प्रशिक्षक, बावर्ची, शास्त्रीय कलाकारों को काम की सहूलियत मिलेगी.
  • संविदात्मक सेवा आपूर्तिकर्ताओं के लिए सरल प्रक्रियाएं.

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अन्य महत्वपूर्ण लाभ

  • भारत को 99% शुल्क लाइनों पर शुल्क समाप्ति का लाभ मिलेगा.
  • प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों पर 70% से घटाकर शून्य शुल्क.
  • श्रम-प्रधान क्षेत्र वस्त्र, समुद्री उत्पाद, रसायन, धातु आदि में भारी राहत.

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