दिखने लगा ट्रंप के टैरिफ का असर, जूते-डायपर खरीदने के लिए दौड़ लगा रहे अमेरिकी

Trump Tariff Impact: डोनाल्ड ट्रंप का रेसिप्रोकल टैरिफ 9 अप्रैल से लागू होने जा रहा है, जिससे पहले अमेरिका में कार, इलेक्ट्रॉनिक्स, फर्नीचर, जूते-कपड़े और खाद्य वस्तुओं की जबरदस्त खरीदारी हो रही है. उपभोक्ता बढ़ती कीमतों से पहले स्टॉक जमा कर रहे हैं. इस टैरिफ के चलते वैश्विक मंदी की आशंका भी गहराती जा रही है.

By KumarVishwat Sen | April 5, 2025 8:34 PM
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Trump Tariff Impact: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से दुनिया के 60 देशों पर लगाए गए जवाबी शुल्क (Reciprocal Tariff) का असर खुद उनके ही देश में दिखाई देने लगा है. उनका यह जवाबी शुल्क 9 अप्रैल 2025 से लागू होगा. इसके लागू होने से पहले ही अमेरिका के लोग जूते-डायपर से लेकर कार तक की खरीद करने के लिए दुकानों पर दौड़ लगाना शुरू कर दिए हैं. आलम यह है कि अमेरिका के आम नागरिकों से लेकर दुकानदारों तक टैरिफ के असर से पहले कम कीमतों पर सामान खरीदकर स्टॉक कर लेना चाहते हैं, ताकि भविष्य में महंगाई से बचा जा सके या मुनाफा कमाया जा सके.

ऑटोमोबाइल सेक्टर में सबसे ज्यादा डिमांड

अमेरिका में ऑटोमोटिव सेक्टर सबसे ज्यादा एक्टिव हो गया है. लोग तेजी से कारें और कमर्शियल वाहन खरीद रहे हैं. खासकर वे कारें जो अमेरिका के बाहर बनी हैं, उन पर टैरिफ का सीधा असर पड़ने वाला है. इलेक्ट्रिक कारों की डिमांड में भी तेज उछाल आया है, क्योंकि इनकी कीमतों में भारी इजाफा होने की संभावना है.

इलेक्ट्रॉनिक और घरेलू सामान की बंपर बिक्री

लैपटॉप, स्मार्टफोन और टैबलेट जैसे इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स की भी जबरदस्त डिमांड देखी जा रही है. इनमें से अधिकतर प्रोडक्ट्स चीन से आयात किए जाते हैं, जिन पर टैरिफ लागू होने के बाद कीमतें बढ़ सकती हैं. इसके अलावा, रेफ्रिजरेटर, डिशवॉशर, ब्लेंडर और टोस्टर जैसे किचन अप्लायंसेज की भी भारी बिक्री हो रही है.

बच्चों के सामान और खाद्य प्रोडक्ट्स की भी मांग

डायपर, खिलौने, बेबी फूड जैसे बेबी प्रोडक्ट्स की डिमांड भी तेजी से बढ़ी है. वहीं कॉफी, मसाले और दूसरे फूड प्रोडक्ट्स जो दूसरे देशों से आयात होते हैं, उन्हें भी लोग स्टॉक कर रहे हैं. उन्हें आशंका है कि आने वाले दिनों में इनके महंगे होने की पूरी संभावना है.

फर्नीचर और फिटनेस प्रोडक्ट्स की खरीद में उछाल

फर्नीचर आइटम्स में सोफा, बेड आदि की बिक्री भी बढ़ रही है, क्योंकि इनमें भी आयातित सामग्री का इस्तेमाल होता है. इसके साथ ही ट्रेडमिल, मसाज चेयर जैसे फिटनेस और वेलनेस प्रोडक्ट्स भी हाई डिमांड में हैं. ग्राहक अभी की कीमतों पर ये चीजें खरीदकर टैरिफ के असर से बचना चाहते हैं.

फैशन और कपड़ों का बाजार भी गर्म

जूते, जींस, स्पोर्ट्सवियर और अन्य कपड़ों की खरीदारी में भी उछाल है. खुदरा विक्रेताओं का मानना है कि टैरिफ लागू होने के बाद कपड़ों की कीमत में बढ़ोतरी तय है.

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वैश्विक मंदी का खतरा भी बढ़ा

ट्रंप की टैरिफ नीति के जवाब में चीन ने 10 अप्रैल से अमेरिकी वस्तुओं पर 34% अतिरिक्त टैरिफ की घोषणा की है. ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और इटली जैसे देश भी इसकी प्रतिक्रिया पर विचार कर रहे हैं. जेपी मॉर्गन ने भी अपनी रिपोर्ट में 2025 के अंत तक वैश्विक मंदी की संभावना 60% तक बढ़ा दी है.

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