यूपीआई पेमेंट्स और डिजिटल ट्रांजेक्शन पर रोक
अंग्रेजी की वेबसाइट द टाइम्स ऑफ इंडिया और टाइम्स बुल की रिपोर्ट के अनुसार, 10 मई 2025 से देश के कई शहरों में पेट्रोल पंप के मालिकों ने बढ़ते साइबर फ्रॉड के मद्देनजर यूपीआई, कार्ड पेमेंट्स और अन्य डिजिटल ट्रांजेक्शन पर रोक लगा दी है. देश के लाखों यूजर्स के डिजिटल ट्रांजेक्शन को आसान बनाने के लिए डिजाइन किए गए यूपीआई, बैंकों के डेबिट-क्रेडिट कार्ड और डिजिटल पेमेंट्स फिलहाल हानिकारक साबित हो सकते हैं.
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नागपुर में डिजिटल पेमेंट्स बंद
रिपोर्ट में कहा गया है कि महाराष्ट्र में नागपुर के पेट्रोल पंप मालिकों ने किसी भी तरह के डिजिटल पेमेंट न लेने का फैसला किया है. आज के दौर में जहां 60% से भी ज्यादा फ्यूल पेमेंट्स ऑनलाइन किये जाते है, इस पर पाबंदी लगाने से लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं. विदर्भ पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अनुसार, तेजी से बढ़ रहे साइबर फ्रॉड की वजह से पेट्रोल पंप के मालिकों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
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पहले भी साइबर फ्रॉड का हो चुके हैं शिकार
यह कोई पहली दफा ऐसा नहीं हो रहा है कि साइबर क्रिमिनल्स की वजह से नागपुर के पेट्रोल पंप मालिकों को यूपीआई और कार्ड पेमेंट्स पर प्रतिबंध लगाना पड़ रहा है. इससे पहले भी उन्हें इन साइबर क्रिमिनल्स की वजह से लाखों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है. हालांकि, छोटी रकम का पेमेंट फंसने या भुगतान नहीं होने पर पेट्रोल पंप मालिक इसे अनदेखा कर दिया करते थे, लेकिन जब यह रकम बड़ी हो गई, तब उनकी चिंता बढ़ गई और उन्होंने किसी भी प्रकार का डिजिटल या कार्ड पेमेंट पर पूरी तरह से रोक लगाने का फैसला किया है.
रिपोर्ट: साक्षी सिन्हा
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