भारतीय सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने की बनाई स्कीम
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में यह भी कहा है कि अदाणी ग्रुप की कंपनी अदाणी ग्रीन एनर्जी के कार्यकारी निदेशक सागर आर अदाणी और कंपनी के प्रबंधन निदेशक विनीत एस जैन पर भी अमेरिकी कानून तोड़ने का आरोप है. रिपोर्ट के अनुसार, न्यूयॉर्क के पूर्वी जिले के अमेरिकी अटॉर्नी ब्रायन पीस ने अपने एक बयान में कहा है कि डिफेंडेंट्स ने अरबों डॉलर के कॉन्ट्रैक्ट को हासिल करने के लिए अमेरिका में भारत के सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने की एक बड़ी स्कीम बनाई.
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न्याय में बाधा डालने के लिए रची गई साजिश
ब्लूमबर्ग ने बताया कि अमेरिकी अधिकारी गौतम अदाणी के व्यवहार के साथ इस बात की भी जांच कर रहे थे कि अदाणी ग्रुप रिश्वत में शामिल है या नहीं. जांच में यह भी पाया गया कि कहीं ऊर्जा परियोना को फेवरेबल ट्रीटमेंट देने के लिए भारत में सरकारी अधिकारियों को गलत तरीके से भुगतान तो नहीं किया गया. अमेरिकी प्रॉसीक्यूटर्स ने अपने आरोप में कहा कि चार दूसरे डिफेंडेंट्स ने इलेक्ट्रॉनिक सबूत मिटाया और न्याय विभाग, सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन और अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई के प्रतिनिधियों से झूठ बोला और न्याय में बाधा डालने के लिए साजिश रची. सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन ने बुधवार को अलग से एक दीवानी मुकदमा भी दायर किया है.
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