Bill Gates: माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स अचानक सोशल मीडिया मंच एक्स (ट्विटर) पर ट्रेंड करने लगे. सोशल मीडिया के इस मंच पर उनकी गिरफ्तारी की मांग की जाने लगी. एक्स पर एक वीडियो भी पोस्ट किया गया है, जिसमें बिल गेट्स की कार के नजदीक एक व्यक्ति के चिल्लाने की आवाज सुनाई दे रही है. इस वीडियो में वह लगातार चिल्लाता हुआ सुनाई दे रहा है. इसके साथ ही, वह बिल गेट्स का नाम लेते हुए गिरफ्तार करने की मांग भी कर रहा है. बिल गेट्स एक काले रंग की कार में बैठे दिखाई दे रहे हैं. उनकी कार के इर्द-गिर्द एक सिक्योरिटी गार्ड भी दिखाई दे रहा है, जो काले रंग की कार के आसपास इकट्ठा लोगों की भीड़ को हटाता हुआ दिखाई दे रहा है.
एक्स पर अरेस्ट बिल गेट्स कर रहा है ट्रेंड
सोशल मीडिया मंच एक्स पर ‘अरेस्ट बिल गेट्स’ (Arrest Bill Gates) ट्रेंड कर रहा है. खबर लिखे जाने तक इस ट्रेंडिंग टॉपिक पर करीब 48.5K पोस्ट किए जा चुके हैं. हसल बिच (HustleBitch@HustleBitch) नामक यूजर ने लिखा, ”ब्रिटेन के लोग बिल गेट्स का पीछा कर रहे हैं और उन्हें हत्यारा कह रहे हैं. नारे लगे “बिल गेट्स को गिरफ्तार करो!” उस यूजर ने आगे लिखा, ”दुनिया के नागरिक वैश्विक अभिजात वर्ग और उनके नए विश्व व्यवस्था एजेंडे के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं. हम लोग तंग आ चुके हैं!” हसल बिच ने अपने एक्स अकाउंट से एक वीडियो भी पोस्ट किया है.
🚨 The Brits chase after Bill Gates and call him a murderer while chanting "ARREST Bill Gates!"
— HustleBitch (@HustleBitch_) November 29, 2024
⚠️ The citizens of the world are uniting against the globalist elites and their New World Order agenda.
WE THE PEOPLE ARE FED UP! pic.twitter.com/cFCIegHKap
ब्रिटिश ने बिल गेट्स का किया पीछा
एएमजी डॉट कॉम की मेडिया ग्रीरे ( Medeea Greere) ने 29 नवंबर 2024 को एक खबर लिखी है. इसमें उन्होंने लिखा है, ”धमाका! ब्रिटिश लोगों द्वारा बिल गेट्स का पीछा करने पर आक्रोश भड़क उठता है, उन्हें हत्यारा कहते हैं और “बिल गेट्स को गिरफ्तार करो!” के नारे लगाते हैं. स्वतंत्रता और न्याय की लड़ाई में दुनिया उनके न्यू वर्ल्ड ऑर्डर एजेंडे के खिलाफ एकजुट हो जाती है. यह एक ऐसा सच है, जिसे आपको देखना चाहिए!”
गुस्से और संकल्प से जल रही हैं ब्रिटेन की सड़कें
मेडिया ग्रीरे ने अपनी रिपोर्ट में आगे लिखा, ”ब्रिटेन की सड़कें गुस्से और संकल्प से जल रही हैं. नागरिक एकजुट हो रहे हैं, उनकी आवाजें गूंज रही हैं, वे लगातार रोष के साथ नारे लगा रहे हैं, “बिल गेट्स को गिरफ्तार करो!” यह अब कोई विरोध प्रदर्शन नहीं है. यह तथाकथित अभिजात वर्ग और वैश्विक वर्चस्व के लिए उनके अथक प्रयास के खिलाफ युद्ध की घोषणा है. बिल गेट्स, एक ऐसे व्यक्ति जिन्हें कभी परोपकारी के रूप में सराहा जाता था, अब लाखों लोग नई विश्व व्यवस्था के एक ख़तरनाक व्यक्ति के रूप में देखते हैं, जिन पर ऐसे अपराधों का आरोप है, जिन्होंने दुनिया भर में विश्वास और स्वतंत्रता की नींव हिला दी है.”
जनता का गुस्सा जायज है
मेडिया ग्रीरे ने आगे लिखा है, ”जनता का गुस्सा जायज है. बिल गेट्स ने दशकों तक खुद को ग्रह के रक्षक के रूप में स्थापित किया है, जबकि पर्दे के पीछे उनकी अनियंत्रित शक्ति और प्रभाव ने मानवता के अस्तित्व के महत्वपूर्ण पहलुओं में घुसपैठ की है. वैश्विक स्वास्थ्य पहलों से लेकर तकनीकी निगरानी प्रणालियों तक गेट्स ने खुद को अभूतपूर्व नियंत्रण की स्थिति में पहुंचा दिया है. लोग अब मूर्ख नहीं बन सकते. तथाकथित परोपकारी अरबपतियों पर अंध विश्वास का युग समाप्त हो गया है.
वैश्विक वैक्सीन कार्यक्रमों को लेकर भड़का गुस्सा
मेडिया ग्रीरे ने खबर में लिखा है, ”वैश्विक वैक्सीन कार्यक्रमों में गेट्स की भागीदारी, जिसे अक्सर उदारता के कार्य के रूप में प्रचारित किया जाता है, को एक सुनियोजित सत्ता हथियाने के रूप में उजागर किया गया है. इन कार्यक्रमों में हानिकारक दुष्प्रभावों और जबरदस्ती भागीदारी की रिपोर्टों ने आक्रोश को जन्म दिया है. गेट्स कोई नायक नहीं हैं. वे एक वैश्विक एजेंडे का चेहरा हैं, जो मानव जीवन पर लाभ और नियंत्रण को प्राथमिकता देता है.
इसे भी पढ़ें: Pushpa 2 Box Office Day 1: ओपनिंग डे पर कितनी कमाई करेगी पुष्पा-2?
यह कोई साजिश नहीं
मेडिया ग्रीरे ने लिखा, ”नई विश्व व्यवस्था अब इंटरनेट के अंधेरे कोनों में फुसफुसाती अफवाह नहीं है. यह एक निर्विवाद वास्तविकता है. हाल के वर्षों में लागू की गई नीतियां (लॉकडाउन, वैक्सीन अनिवार्यताएं और डिजिटल आईडी पहल) एक बड़ी पहेली के टुकड़े हैं, जिनका उद्देश्य व्यक्तिगत स्वतंत्रता को खत्म करना और नियंत्रण को केंद्रीकृत करना है. बिल गेट्स इस जाल के केंद्र में हैं. उनका टेड टॉक, जहां उन्होंने स्थिरता के नाम पर दुनिया की आबादी को कम करने पर खुलकर चर्चा की, अब केवल विवादास्पद नहीं है. यह निंदनीय है. दवा कंपनियों के साथ उनके वित्तीय संबंध, वैश्विक स्वास्थ्य संगठनों को उनका वित्त पोषण और डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम के लिए उनका अथक प्रयास समाज को एक नियंत्रित और निगरानी वाले दुःस्वप्न में बदलने के लिए एक सुनियोजित एजेंडे को प्रकट करता है. लोगों ने बिंदुओं को जोड़ दिया है. वे झूठ को देख सकते हैं. यह पागलपन नहीं है, यह सच का पर्दाफाश है.”
इसे भी पढ़ें: भारत की टेंशन कम, चोट के कारण एडिलेड टेस्ट से बाहर हुआ ऑस्ट्रेलिया का ये तेज गेंदबाज
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.
RBI Repo Rate: रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं, RBI ने 5.5% पर रखा बरकरार, जानें क्या होगा प्रभाव
Satyapal Malik Net Worth: अपने पीछे कितनी संपत्ति छोड़ गए सत्यपाल मलिक? प्रॉपर्टी और गोल्ड की पूरी जानकारी
अमेरिकी टैरिफ की धमकी से शेयर बाजार में गिरावट, सेंसेक्स और निफ्टी लुढ़के
राजस्थान सरकार स्टार्टअप्स को देगी 5 करोड़ का इनाम, 100 करोड़ का इक्विटी फंड