NEET UG 2025: MBBS का सपना होगा पूरा, इन 10 टॉप यूनिवर्सिटियों में 20 लाख में बनेंगे डॉक्टर

NEET UG 2025: कम खर्च में मेडिकल की पढ़ाई का बेहतर मौका.टॉप यूनिवर्सिटीज से मिलती है क्वालिटी एजुकेशन और क्लिनिकल ट्रेनिंग. NMC से मान्यता प्राप्त कॉलेजों में बढ़ रहा छात्रों का रुझान. MBBS के लिए छात्रों को मिल रहा ग्लोबल लेवल पर फायदा.

By Govind Jee | May 18, 2025 6:14 PM
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NEET UG 2025 in Hindi: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) जल्द ही NEET UG 2025 की आंसर की और रिजल्ट जारी कर सकती है. हालांकि, फिलहाल NTA की ओर से यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि रिजल्ट किस तारीख को जारी किया जाएगा.

इस बीच, परीक्षा से जुड़े कुछ विवादों को लेकर मामला कोर्ट तक पहुंच चुका है. जानकारी के अनुसार, मध्यप्रदेश और तमिलनाडु के कुछ परीक्षा केंद्रों पर मौसम या अन्य कारणों से कई अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए थे इस मामले में याचिका दाखिल की गई थी, जिसपर सुनवाई करते हुए मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने निर्देश दिया है कि इंदौर को छोड़कर बाकी सभी केंद्रों का रिजल्ट जारी किया जा सकता है. वहीं, तमिलनाडु से जुड़ी याचिका पर अभी अदालत का फैसला आना बाकी है.

इस बीच, जो छात्र MBBS करने का सपना देख रहे हैं, उनके लिए एक खास जानकारी, यदि आप कम बजट में, लगभग 20 लाख रुपये में MBBS करना चाहते हैं, तो नीचे दी गई टॉप-10 यूनिवर्सिटी की सूची जरूर देखें.

NEET UG 2025: इस देश की शिक्षा व्यवस्था क्यों है खास?

पिछले करीब ढाई दशक में चीन ने खुद को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक मजबूत ग्लोबल हब के रूप में स्थापित किया है. खासकर इंजीनियरिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मैनेजमेंट और मेडिकल की पढ़ाई के लिए चीन दुनिया भर के छात्रों को आकर्षित कर रहा है. भारत के हजारों छात्र भी हर साल MBBS की पढ़ाई के लिए चीन जाते हैं. 

कोविड के बाद फिर बढ़ रही छात्रों की दिलचस्पी

कोरोना महामारी से पहले चीन में बड़ी संख्या में भारतीय छात्र मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे. महामारी के दौरान यह संख्या जरूर घटी, लेकिन अब फिर से छात्रों ने चीन का रुख करना शुरू कर दिया है. इसकी सबसे बड़ी वजह वहां की बेहतरीन यूनिवर्सिटीज, उच्च गुणवत्ता वाली पढ़ाई और किफायती खर्च है. 

पढ़ाई के साथ मिलती है क्लिनिकल ट्रेनिंग

चीन की मेडिकल यूनिवर्सिटीज सिर्फ थ्योरी तक सीमित नहीं हैं, बल्कि छात्रों को प्रैक्टिकल और क्लिनिकल ट्रेनिंग की भी अच्छी सुविधा मिलती है. इसके अलावा चीन की कई यूनिवर्सिटीज को भारत के नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) से मान्यता भी प्राप्त है, जिससे वहां की डिग्री भारत में मान्य होती है. 

MBBS Abroad for Indian Students: चीन में MBBS करने के लिए इतना आता है खर्चा?

चीन में मेडिकल की पढ़ाई भारतीय प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों के मुकाबले काफी सस्ती है.  वहां की यूनिवर्सिटीज में MBBS की सालाना ट्यूशन फीस करीब 3 से 9 लाख रुपये के बीच होती है. हॉस्टल की सालाना फीस 50 हजार से 1 लाख रुपये, जबकि खाने-पीने और अन्य खर्च लगभग 3 से 5 लाख रुपये सालाना आता है.  इस तरह MBBS की पूरी पढ़ाई पर कुल मिलाकर 20 से 40 लाख रुपये तक का खर्च आता है. 

Top Medical Universities in Asia: चीन की टॉप मेडिकल यूनिवर्सिटीज

अगर आप चीन में MBBS करने की सोच रहे हैं, तो आपको वहां की टॉप यूनिवर्सिटीज पर ध्यान देना चाहिए. QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में शामिल कुछ प्रमुख मेडिकल यूनिवर्सिटीज इस प्रकार हैं:

  • पेकिंग यूनिवर्सिटी
  • फुडान यूनिवर्सिटी
  • सिंगुआ यूनिवर्सिटी
  • शंघाई जियाई टोंग यूनिवर्सिटी
  • झेजियांग यूनिवर्सिटी
  • हुआजोंग यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी
  • सुन यात-सेन यूनिवर्सिटी
  • सिचुआन यूनिवर्सिटी
  • वुहान यूनिवर्सिटी
  • नानजिंग यूनिवर्सिटी

इन यूनिवर्सिटीज में प्रवेश लेने से पहले वहां की फीस, कोर्स स्ट्रक्चर और NMC की मान्यता के बारे में अच्छी तरह से जानकारी जरूर लेनी चाहिए. अगर आप विदेश में मेडिकल की पढ़ाई की योजना बना रहे हैं, तो चीन आपके लिए एक बेहतर और किफायती विकल्प हो सकता है. 

हालांकि, किसी भी यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने से पहले वहां की वैधता, क्लिनिकल सुविधाएं और भाषा संबंधित जरूरी जानकारियां जरूर जुटाएं. सही जानकारी और तैयारी के साथ चीन में मेडिकल की पढ़ाई आपके करियर को नई ऊंचाई दे सकती है. 

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