Best Commerce Career: CA, CS और CMA में क्या है फर्क? जान जाएंगे, तो लगा देंगे पैसों की झड़ी

Best Commerce Career: CA, CS और CMA भारत के टॉप कॉमर्स प्रोफेशनल कोर्स हैं. ये फाइनेंस, लीगल और कॉस्ट मैनेजमेंट से जुड़े होते हैं. इस आर्टिकल में जानिए तीनों कोर्स की अवधि, सैलरी और स्कोप में क्या फर्क है. सही करियर विकल्प चुनने के लिए पढ़ें पूरा विश्लेषण. जानिए आपके लिए कौन-सा कोर्स बेहतर है.

By Govind Jee | July 6, 2025 7:45 PM
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Best Commerce Career in Hindi: कॉमर्स स्ट्रीम से पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए करियर के कई विकल्प हैं, लेकिन इनमें से तीन सबसे लोकप्रिय प्रोफेशनल कोर्स हैं CA (चार्टर्ड अकाउंटेंट), CS (कंपनी सेक्रेटरी) और CMA (कॉस्ट मैनेजमेंट अकाउंटेंट). ये तीनों कोर्स फाइनेंस, अकाउंटिंग और मैनेजमेंट से जुड़े हैं, लेकिन इनके काम करने के तरीके, जिम्मेदारियां, कोर्स की अवधि और सैलरी अलग-अलग हैं. सही करियर विकल्प चुनने के लिए इन सभी पहलुओं को समझना जरूरी है, तो आइए इसे ध्यान में रखते हुए तीनों के बीच के अंतर को समझते हैं और जानते हैं कि किसमें सबसे ज्यादा कमाई होती है.

CA क्या होता है?

CA यानी चार्टर्ड अकाउंटेंट, एक ऐसा प्रोफेशन है जो टैक्स, ऑडिट, अकाउंटिंग और बिजनेस फाइनेंस से जुड़ा होता है. यह कोर्स ICAI (Institute of Chartered Accountants of India) द्वारा कराया जाता है. CA बनने के लिए आपको तीन लेवल (Foundation, Intermediate, Final) पास करने होते हैं, और साथ ही आर्टिकलशिप यानी इंटर्नशिप भी करनी होती है.

CA की जिम्मेदारियों में टैक्स रिटर्न फाइल करना, कंपनियों का ऑडिट करना, फाइनेंशियल रिपोर्ट तैयार करना और बिजनेस को सलाह देना शामिल है. इस कोर्स की अवधि लगभग 4 साल होती है. एक फ्रेशर CA को सालाना 7 से 12 लाख तक सैलरी मिल सकती है, जबकि टॉप फर्म्स में ये पैकेज 25-30 लाख तक भी जा सकता है.

CS क्या होता है?

CS यानी कंपनी सेक्रेटरी, एक ऐसा प्रोफेशन है जिसमें कंपनी के कानूनी और नियामक पहलुओं को संभालना होता है. यह कोर्स ICSI (Institute of Company Secretaries of India) द्वारा संचालित होता है. CS बनने के लिए भी तीन स्टेज (CSEET, Executive, Professional) पास करनी होती है.

CS की मुख्य जिम्मेदारी कंपनी की लीगल कंप्लायंस, बोर्ड मीटिंग्स की तैयारी, नियम-कानून का पालन और स्टेकहोल्डर्स के साथ संवाद बनाए रखना होती है. इस कोर्स को पूरा करने में लगभग 2.5 से 3 साल लगते हैं. एक फ्रेशर CS को 5 से 8 लाख तक सालाना सैलरी मिलती है, जबकि अनुभवी CS को 15-20 लाख तक का पैकेज भी मिल सकता है.

CMA क्या होता है?

CMA यानी कॉस्ट मैनेजमेंट अकाउंटेंट, एक ऐसा प्रोफेशन है जिसमें कंपनी की लागत, बजट और मुनाफे की योजना पर फोकस किया जाता है. यह कोर्स ICMAI (Institute of Cost Accountants of India) द्वारा कराया जाता है. इसमें भी Foundation, Intermediate और Final जैसे तीन स्टेज होती हैं.

CMA की जिम्मेदारियों में कॉस्ट एनालिसिस, बजटिंग, प्रॉफिट प्लानिंग और फाइनेंशियल कंट्रोल शामिल होते हैं. इस कोर्स की अवधि करीब 3 से 4 साल होती है. फ्रेशर CMA को 6 से ₹10 लाख तक सैलरी मिलती है, जबकि अनुभव बढ़ने पर 20 लाख या उससे अधिक का पैकेज मिल सकता है.

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Best Commerce Career in Hindi: कौन-सा कोर्स चुनें?

यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस क्षेत्र में रुचि रखते हैं. अगर आपको टैक्स और ऑडिटिंग पसंद है तो CA आपके लिए बेहतर विकल्प होगा. अगर आपको कॉर्पोरेट लॉ, रूल्स एंड रेगुलेशन और गवर्नेंस में रुचि है तो CS चुनें. वहीं अगर आपको बिजनेस कॉस्ट, बजट और प्रॉफिट एनालिसिस में रुचि है तो CMA आपके लिए सही रहेगा. यहां के सभी कोर्स बेहतरीन हैं और सभी को उनके क्षेत्र और अनुभव के हिसाब से पैसा मिलता है.

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