फ्री एजुकेशन के लिए मशहूर हैं ये 5 देश, सरकार उठाती है खर्चा

Free Education: दुनियाभर में कुछ देश ऐसे हैं जो उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विदेशी छात्रों को भी मुफ्त शिक्षा की सुविधा देते हैं. ये देश न केवल ट्यूशन फीस माफ करते हैं, बल्कि रहने और पढ़ाई का खर्च भी सरकार उठाती है. आइए जानते हैं ऐसे 5 देशों के बारे में जहां फ्री एजुकेशन का शानदार मौका मिलता है.

By Ravi Mallick | July 10, 2025 6:04 AM
an image

Free Education: भारतीय छात्र आज ग्लोबल एजुकेशन की ओर तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं, जो न केवल उनके करियर को नई ऊंचाइयों तक ले जा रहा है, बल्कि एकेडमिक प्लेटफॉर्म पर भारतीय हुनर को भी उजागर कर रहा है. हाई क्वॉलिटी वाली शिक्षा, मल्टीकल्चर की चाह में ये छात्र विदेशी विश्वविद्यालयों का रुख कर रहे हैं. लेटेस्ट टेक्नोलॉजी, रिसर्च के अवसर और ग्लोबल नेटवर्किंग के साथ, भारतीय युवा आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा बन रहे हैं.

दुनिया के कई ऐसे देश हैं जो हायर एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए फ्री एजुकेशन स्कीम ऑर्गेनाइज कर रहे हैं. इसका लाभ दूसरे देश के छात्र भी उठा सकते हैं. ऐसे में यहां 5 देशों के बारे में जानेंगे जहां फ्री एजुकेशन उपलब्ध है और सरकार भी छात्रों का खर्चा उठाती है.

Free Education in Germany: जर्मनी

जर्मनी में ज्यादातर पब्लिक यूनिवर्सिटीज भारतीय छात्रों सहित सभी के लिए मुफ्त शिक्षा देती हैं. आपको केवल एक छोटा सेमेस्टर फीस (लगभग 10,000-20,000 रुपये प्रति सेमेस्टर) देना पड़ता है. इसमें कार्यकारी खर्चे और ट्रांसपोर्ट जैसी सुविधाएं शामिल होती हैं. कोर्स अंग्रेजी और जर्मन में उपलब्ध हैं, लेकिन जर्मन भाषा सीखना फायदेमंद हो सकता है. जर्मनी मे कुछ टॉप यूनिवर्सिटी जिसमे भारतीय छात्र फ्री मे पढ़ सकते हैं और इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस, मेडिकल साइंस, टेक्निकल, मैकेनिकल, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस साइंस, सोशल साइंस जैसे बेस्ट कोर्स कर सकते हैं. नीचे दिए गए कुछ यूनिवर्सिटी शामिल हैं :

  • TU Munich (TUM)
  • Heidelberg University
  • RWTH Aachen
  • University of Stuttgart
  • Free University of Berlin

Norway: नॉर्वे

नॉर्वे की पब्लिक यूनिवर्सिटीज में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए भी ट्यूशन फीस नहीं होती. आपको सिर्फ रहने-खाने और किताबों का खर्चा उठाना पड़ता है. यहां अंग्रेजी में कई कोर्स उपलब्ध हैं, खासकर मास्टर्स और पीएचडी के लिए. नॉर्वे मे कुछ टॉप यूनिवर्सिटी जिसमे भारतीय छात्र फ्री मे पढ़ सकते हैं और बहुत कोर्स करने का मौका पा सकते हैं जैसे साइंस, आर्ट्स, लॉ, इंजीनियरिंग, हेल्थ, सोशल साइंस की नीचे दिए गए कुछ यूनिवर्सिटी शामिल हैं :

  • University of Oslo
  • Norwegian University of Science and Technology (NTNU)
  • University of Bergen
  • UiT Arctic University of Norway

Finland: फिनलैंड

फिनलैंड में पहले सभी के लिए मुफ्त शिक्षा थी, लेकिन अब गैर-यूरोपीय संघ के छात्रों (जैसे भारतीय) के लिए कुछ ट्यूशन फीस लागू हो सकती है. फिर भी, कई स्कॉलरशिप्स (Foreign Scholarship 2025) उपलब्ध हैं जो फी माफ कर सकती हैं. पीएचडी प्रोग्राम और कुछ खास कोर्स अभी भी मुफ्त हो सकते हैं. फिनलैंड मे कुछ टॉप यूनिवर्सिटी जिसमे भारतीय छात्र फ्री मे पढ़ सकते हैं और स्कालरशिप पा सकते हैं नीचे दिए गए कुछ यूनिवर्सिटी शामिल हैं:

  • University of Helsinki
  • Aalto University
  • University of Turku
  • LUT University
  • Tampere University

Sweden: स्वीडन

स्वीडन में यूरोपीय संघ के बाहर के छात्रों के लिए ट्यूशन फीस होती है, लेकिन कई स्कॉलरशिप्स (जैसे स्वीडिश इंस्टीट्यूट स्कॉलरशिप) भारतीय छात्रों के लिए उपलब्ध हैं जो पूरी फी कवर कर सकती हैं. पीएचडी प्रोग्राम अक्सर मुफ्त होते हैं और स्टाइपेंड भी मिलता है. स्वीडन मे कुछ टॉप यूनिवर्सिटी जिसमें भारतीय छात्र फ्री मे पढ़ सकते हैं और स्कॉलरशिप पा सकते हैं नीचे दिए गए कुछ यूनिवर्सिटी शामिल हैं :

  • Uppsala University
  • KTH Royal Institute of Technology
  • University of Gothenburg
  • Stockholm University Swedish Institute

Australia: ऑस्ट्रिया

ऑस्ट्रिया की पब्लिक यूनिवर्सिटीज में भारतीय छात्रों के लिए ट्यूशन फीस बहुत कम है (लगभग 40,000-50,000 रुपये प्रति साल). कुछ मामलों में स्कॉलरशिप के जरिए इसे और कम किया जा सकता है. कोर्स जर्मन और अंग्रेजी में उपलब्ध हैं. ऑस्ट्रिया मे कुछ टॉप यूनिवर्सिटी जिसमे भारतीय छात्र फ्री मे पढ़ सकते हैं और स्कॉलरशिप पा सकते हैं नीचे दिए गए कुछ यूनिवर्सिटी शामिल हैं :

  • Deakin University
  • Monash University
  • Melbourne University
  • Macquarie University

ये भी पढ़ें: 6 महीने में सीखें, लाखों में कमाएं, ये सर्टिफिकेट कोर्स बदल देंगे आपका करियर

संबंधित खबर और खबरें

Career Guidance

 

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version