JPSC Success Story: दुमका की बेटी ने किया कमाल! जेपीएससी में हासिल की सफलता, तैयारी के दौरान सोशल मीडिया से बनाई दूरी

JPSC Success Story: जेपीएससी 2023 का रिजल्ट आ चुका है. बड़ी संख्या में बेटियों ने सफलता हासिल की है. इन्हीं में से एक हैं देवघर की बेटी रौनक प्रिया. रौनक प्रिया ने 161वीं रैंक हासिल की है. रौनक प्रिया ने कहा तैयारी के दौरान सोशल मीडिया से दूर रहना बहुत जरूरी है.

By Shambhavi Shivani | July 26, 2025 12:16 PM
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JPSC Success Story: झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) ने जेपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2023 का अंतिम परिणाम जारी कर दिया है. कुल 342 कैंडिडेट्स ने सफलता हासिल की है. इस परीक्षा में आशीष अक्षत ने रैंक -1 के साथ सफलता हासिल की हैं. इस परीक्षा में बड़ी संख्या में लड़कियों ने बाजी मारी है. इन्हीं में से एक हैं जेपीएससी 2023 में 161वां रैंक हासिल करने वाली छात्रा रौनक प्रिया हैं. उनकी इस सफलता से न सिर्फ परिवार में खुशी की लहर दौड़ रही है बल्कि पूरा जिला गौरवान्वित हुआ है.  

JPSC Success Story: दुमका की बेटी ने लहराया जेपीएससी में परचम 

रौनक प्रिया जो मूल रूप से दुमका (Dumka News) की रहने वाली हैं उन्होंने JPSC 2023 परीक्षा में 161 रैंक हासिल की है. रौनक प्रिया ने यह सिद्ध कर दिया कि मेहनत और लगन से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है. झारखंड की रहने वाली रौनक ने न सिर्फ अपने परिवार का नाम रोशन किया है, बल्कि प्रदेश की बेटियों के लिए भी एक प्रेरणास्रोत बन गई हैं. 

Raunak Priya Education: कहां से हुई पढ़ाई-लिखाई

प्राथमिक शिक्षा से लेकर 10वीं तक दुमका के स्कूलों से हुई. वहीं 11-12वीं की पढ़ाई चिन्मय विद्यालय बोकारो से हुई है. रौनक प्रिया ने ग्रेजुएशन की पढ़ाई रांची वीमेंस कॉलेज से की है. रौनक प्रिया ने इतिहास में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. 

JPSC Success Story: सोशल मीडिया से बनाई दूरी 

रौनक ने पढ़ाई के दौरान सोशल मीडिया से दूरी बनाई. साथ ही नियमित रूप से 6-8 घंटे रोजाना पढ़ाई करती थीं. इसी के साथ पिछले वर्षों के प्रश्नों को बनाया करती थीं और ज्यादा-से-ज्यादा मॉक टेस्ट देती थीं. NCERT की किताबों (NCERT Books) को भी खूब पढ़ा. उन्होंने बताया कि JPSC की तैयारी एक लंबी और धैर्यपूर्ण यात्रा है. इस परीक्षा को क्रैक करने में सिर्फ जानकारी और मेहनत की भूमिका नहीं होती बल्कि मानसिक रूप से भी कमजोर नहीं पड़ना होता है और साथ ही आत्मविश्ववास चाहिए. कैंडिडेट्स को तैयारी के दौरान अनुशासन का ध्यान रखना चाहिए. 

JPSC Success Story: माता पिता से मिला सहयोग 

रौनक प्रिया के लिए ये सफर इतना आसान नहीं था. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. वहीं परिवार वालों ने भी उनका साथ दिया. परिवार का सहयोग उनकी सफलता में महत्वपूर्ण रहा. रौनक बताती हैं कि जब भी हताश होती थीं, माता-पिता का विश्वास उन्हों फिर से ताकत देता था. 

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