इतनी सारी डिग्रियां! कौन हैं ये IAS, IIT-IIM से की है पढ़ाई, पायलट की ट्रेनिंग
S Siddharth IAS Bihar Education: बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव हमेशा से अपने अंदाज को लेकर चर्चा में रहते हैं. काम से लेकर करियर तक उन्हें हमेशा से कुछ अलग और नया करने का शौक है. उनके पास तीन-तीन बड़ी डिग्रियां हैं. IIT और IIM जैसे संस्थान से पढ़ाई की है. आइए, जानते हैं उनके एजुकेशन के बारे में-
By Shambhavi Shivani | July 22, 2025 1:35 PM
S Siddharth IAS Bihar Education: बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ हमेशा सुर्खियों में रहते हैं. वे अपने अलग अंदाज के लिए जाने जाते हैं. कई बार वे अचानक स्कूलों का निरीक्षण करते हैं तो कभी बच्चों की कॉपियां चेक करते हैं. वहीं अब VRS (Voluntary Retirement Scheme) लेने को लेकर चर्चा में हैं. वीआरएस यानी कि स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति, जिसके तहत सरकारी कर्मचारी अपनी नौकरी से स्वेच्छा से सेवानिवृत्ति ले सकता है. हालांकि, शिक्षा विभाग द्वारा इन बातों का खंडन किया जा रहा है. बता दें,एस सिद्धार्थ1991 बैच के IAS अधिकारी हैं. उनके पास कई बड़ी डिग्रियां हैं.
IAS S Sidharth Education: IIM और IIT से की है पढ़ाई
कई मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो एस सिद्धार्थ ने भारत के प्रमुख IIT संस्थानों में से एक IIT Delhi से CS (Computer Science) में वर्ष 1987 में बीटेक किया था. यही नहीं इसके अलावा उनके पास मैनेजमेंट के टॉप संस्थान IIM से पढ़ाई करने का भी अनुभव है. वर्ष 1989 में एस सिद्धार्थ ने IIM Ahmedabad से MBA किया था. साथ ही उन्होंने IIT Delhi से पीएचडी की डिग्री भी हासिल की है.
IAS S Sidharth Pilot Training: पायलट की ट्रेनिंग ले चुके हैं
एस सिद्धार्थ अपने काम की तरह करियर में भी वे कुछ नया करने की कोशिश में रहते थे. उन्होंने हवाई जहाज उड़ाने की ट्रेनिंग ली है. दिलचस्प बात ये है कि कोविड-19 महामारी के वक्त जब लोग तनाव से घिरे थे, एस सिद्धार्थ ने अपने समय का सदुपयोग करते हुए हवाई जहाज उड़ाना सीख लिया.
IAS S Sidharth Hobbies: पतंग उड़ाना और फोटोग्राफी है पसंद
एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बताया था कि वे बचपन में कंचे खेलते थे और पतंग भी उड़ाते थे. उन्हें वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी भी पसंद है और वे एक कार्टूनिस्ट हैं. इतने सारे अनुभव होने के बाद भी उन्होंने कई इंटरव्यू में ये कहा कि वे बचपन में पढ़ने में बहुत अच्छे नहीं थे. लेकिन बाद में खूब मेहनत की और धीरे-धीरे उच्च शिक्षा की ओर बढ़ते चले गए.