मेडिकल छोड़ UPSC की ओर बढ़ाया कदम (Success Story in Hindi)
IAS तरुणी पांडे मूल रूप से झारखंड के जामताड़ा से हैं. बचपन से ही पढ़ाई का माहौल उन्हें घर से मिला क्योंकि उनके माता-पिता दोनों सरकारी कर्मचारी हैं. शुरू में उनका सपना डॉक्टर बनने का था. उन्होंने 12वीं के बाद मेडिकल में दाखिला भी लिया और दो साल तक MBBS की पढ़ाई की. लेकिन इस बीच उनके जीवन में एक बड़ा हादसा हुआ, जिससे उनका ध्यान पढ़ाई से हट गया.
यह भी पढ़ें- Bihar की बेटी का कमाल! MBBS के बाद UPSC Topper, अब AI से किया ऐसा काम, हर कोई कर रहा तारीफ
यहां से मिली प्रेरणा (IAS Success Story in Hindi)
तरुणी के जीवन में एक बड़ा मोड़ तब आया, जब उनके जीजा, जो कि CRPF में कैप्टन थे, शहीद हो गए. इस घटना ने उन्हें झकझोर दिया. उन्होंने देखा कि किस तरह कई IAS अफसरों और प्रशासनिक अधिकारियों ने उनके परिवार की मदद की. यहीं से उनके मन में IAS बनने की प्रेरणा जगी और उन्होंने दिल्ली से लौटते वक्त ठान लिया कि अब डॉक्टर नहीं, अफसर बनना है.
Success Story of IAS Taruni Pandey: सिर्फ 4 महीने की तैयारी
तरुणी ने न कोई बड़ी कोचिंग जॉइन की और न ही सालों तक इंतजार किया. उन्होंने खुद से तैयारी की और सिर्फ 4 महीने में UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2022 को रिजर्व लिस्ट में Rank 14 से पास कर लिया. उनकी इस सफलता से ये साफ है कि अगर दिशा सही हो और आत्मविश्वास मजबूत हो तो कम समय में भी बड़ी कामयाबी मिल सकती है.
यह भी पढ़ें- Success Story: उम्र नहीं हौंसला बड़ा, दो बेटियों की मां…फिर भी UPSC फतह, 1000 है AIR