‘हर दिन एक सवाल’ (Answer Writing Practice) की रणनीति यूपीएससी परीक्षा के लिए काफी महत्वपूर्ण है. नियमित लिखने से स्पीड बढ़ता है और अभ्यास होता है. साथ ही लिखने में स्पष्टता और गुणवत्ता आती है. इसी के साथ कैंडिडेट्स को पाठ्यक्रम को समझना, विषयों का अध्ययन करना और विश्लेषणात्मक क्षमता पर भी ध्यान देना होगा.
Answer Writing Practice Benefits: आंसर राइटिंग प्रैक्टिस से क्या लाभ मिलता है
- लेखन कौशल नियमित अभ्यास से निखरता है
- सही तकनीक, ढांचा और टाइम मैनेजमेंट में लाभ मिलता है
- सोचने की क्षमता बढ़ती है
- नियमितता से आत्मविश्वास
- प्रेजेंटेशन बेहतरीन होता है
UPSC Exam Tips By Toppers: कई आईएएस ने आंसर राइटिंग को बताया सक्सेस मंत्र
IAS सृष्टि देशमुख यूपीएससी अभ्यर्थियों को परीक्षा के लिए टिप्स दिया है. उन्होंने अपने कई इंटरव्यू में कहा कि छात्रों को 6-7 घंटे नियमित पढ़ना चाहिए, जिसमें लिखने का अभ्यास जरूर करना चाहिए. सृष्टि देशमुख ने कहा कि इससे सफलता मिलने के चांस बढ़ जाते हैं.
एक अंग्रेजी अखबार से मिली जानकारी के अनुसार, वर्ष 2024 में एआईआर रैंक-2 हासिल करने वाली आईएएस हर्षिता गोयल Harshita Goyal (AIR 2, UPSC 2024) ने बताया कि मेन्स तैयारी में उन्होंने विशेष रूप से आंसर राइटिंग प्रैक्टिस (Answer Writing Practice) पर जोर दिया.
ऐसे में कहा जा सकता है कि निश्चित ही आंसर राइटिंग UPSC Mains परीक्षा में निर्णायक भूमिका निभाती है. रोज एक सवाल लिखने की आदत से सोचने और लिखने की क्षमता बढ़ती है. साथ ही इस प्रैक्टिस से क्लैरिटी आती है और धीरे-धीरे सोचने की क्षमता भी बढ़ती है.
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