यहां से शुरू हुआ सफर (UPSC Success Story)
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंद्रजीत सिंह एक सर्विस बैकग्राउंड से आते हैं. उनके पिता भारतीय वायुसेना में थे. देशभर के Kendriya Vidyalayas में पढ़ते हुए उन्होंने अनुकूलता और अनुशासन सीखा. BSc की पढ़ाई पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ से की. फिर MSc (Applied Physics) में टॉप किया गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी से. हालांकि UPSC की राह उनके लिए आसान नहीं थी. पहले तीन प्रयासों में उन्होंने Physics ऑप्शनल लिया और असफल रहे.
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Bank PO से लेकर IAS बनने तक (UPSC Success Story in Hindi)
इंद्रजीत सिंह ने UPSC से पहले दो अहम सरकारी पदों पर काम किया. बैक में Bank Probationary Officer की पोस्ट के अलावा उन्होंने Assistant Provident Fund Commissioner, मैसूर में काम किया और यहां उन्होंने 5 साल सेवा की. इन अनुभवों ने उन्हें प्रशासनिक दृष्टिकोण और जनता की जरूरतों को समझने में मदद की.
इस अटेंप्ट में किया कुछ अलग (UPSC Success Story in Hindi)
जब वह बार-बार असफल हुए तो उन्होंने अपने चौथे अटेंप्ट में ऑप्शनल बदला और Physics से Sociology किया. Mains पास किया लेकिन फाइनल लिस्ट में नहीं आ पाए. इसके बाद पांचवें अटेंप्ट में फिर से Sociology के साथ प्रयास किया और इस बार न केवल सफल हुए बल्कि अच्छी रैंक के साथ यूपीएससी क्रैक कर IAS बने और उत्तर प्रदेश कैडर में तैनात हुए.
यहां से मिली अलग पहचान (UPSC Success Story in Hindi)
2022 से 2024 तक इंद्रजीत सिंह लखनऊ के नगर आयुक्त रहे. इस दौरान उन्होंने वेस्ट कलेक्शन सिस्टम को डिजिटल किया. हरित क्षेत्र (ग्रीन कवर) बढ़ाया. सफाई व्यवस्था में सुधार कर लखनऊ को स्वच्छता रैंकिंग में 41वें से 3वें स्थान पर पहुंचाया.
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