Young Pilot Success Story: कर्नाटक की बेटी
समायरा कर्नाटक के विजयपुर की रहने वाली हैं. उनके पिता अमीन हुल्लूर पेशे से बिजनेसमैन हैं, लेकिन बेटी ने आसमान को अपना करियर बनाया. कम उम्र में पायलट बनने का उनका सपना अब हकीकत बन चुका है. आज वह लाखों लड़कियों के लिए एक मिसाल बन गई हैं.
पहले ही प्रयास में पास
समायरा ने महाराष्ट्र के बारामती में स्थित कार्वर एविएशन अकादमी से सात महीने की फ्लाइट ट्रेनिंग पूरी की. उन्होंने पायलट बनने के लिए जरूरी 6 अनिवार्य कोर्स भी पूरे किए. ट्रेनिंग के दौरान उन्होंने DGCA (डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन) के 6 में से 5 एग्जाम पहले ही प्रयास में पास कर लिए. इसके साथ ही उन्होंने लिखित परीक्षा में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया.
200 घंटे की फ्लाइंग
समायरा को अब तक कुल 200 घंटे की फ्लाइंग ट्रेनिंग का अनुभव है, जो पायलट बनने के लिए एक अहम माइलस्टोन होता है. हालांकि समायरा ने बताया कि उन्हें कार्वर एविएशन में टेक्निकल एक्सपर्टीज की कमी महसूस हुई. इसी वजह से उन्होंने विनोद यादव एविएशन एकेडमी से भी अतिरिक्त ट्रेनिंग ली. इस एकेडमी ने हाल ही में सोशल मीडिया पर समायरा को बधाई देते हुए उनकी सफलता की कहानी साझा की है.
समायरा का सपना है कि वह भविष्य में देश की टॉप एयरलाइनों में कमर्शियल पायलट के तौर पर काम करें. उनकी कहानी यह साबित करती है कि अगर जुनून सच्चा हो, तो उम्र कभी भी मंजिल की रुकावट नहीं बनती.
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